
देवास : पिछले कुछ दिनों से देवास शहर और जिले के कई लोगों को कलेक्टर ऋतुराज सिंह के नाम से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आ रही थी। आमजन खुशी-खुशी इस रिक्वेस्ट को स्वीकार भी कर रहे थे, लेकिन जब शहर के कुछ पत्रकारों के पास भी ऐसा ही अनुरोध आया, तो उन्होंने तुरंत कलेक्टर कार्यालय को सूचित किया।
कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने स्पष्ट किया कि यह उनका फेसबुक अकाउंट नहीं है और उनके नाम से किसी ने फर्जी आईडी बनाई है। इस खुलासे के बाद सभी लोग हैरान रह गए।
फर्जी आईडी पर लगी कलेक्टर की फोटो और IAS का उल्लेख
आरोप है कि फर्जी फेसबुक आईडी पर कलेक्टर की फोटो के साथ-साथ पद का उल्लेख ‘IAS’ भी किया गया है, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। सोशल मीडिया पर इस तरह के फर्जी प्रोफाइल बनाकर दुरुपयोग करने की घटनाएँ पहले भी सामने आई हैं, लेकिन इस बार मामला कलेक्टर जैसे उच्च अधिकारी की पहचान से जुड़ा होने के कारण अधिक गंभीर माना जा रहा है।
फर्जी आईडी से हुए ठगे गए लोग, सतर्क रहने की अपील
देवास के वृद्धाश्रम के प्रबंधक दिनेश चौधरी को भी इस फर्जी प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली थी, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था। बाद में असलियत जानकर उन्होंने तुरंत इसे डिलीट कर दिया।
कलेक्टर ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए देवास पुलिस अधीक्षक (ASP) से शिकायत कर फर्जी प्रोफाइल को बंद करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने आम जनता से फर्जी प्रोफाइल से बचने और सतर्क रहने की अपील की है।
पुलिस ने शुरू की जांच, फेसबुक को भेजा नोटिस
देवास पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि:
“सायबर सेल की टीम पूरी तरह सक्रिय है और फेसबुक को इस फर्जी प्रोफाइल को बंद कराने के लिए आधिकारिक पत्र भेजा जा चुका है। जल्द ही इसे हटवा दिया जाएगा। साथ ही जांच चल रही है कि यह फर्जी आईडी किसने बनाई है।”
उन्होंने सभी से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि:
“ऐसे मामलों को रोकने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है।”
सावधान रहें!
- किसी भी अनजान व्यक्ति या संदिग्ध प्रोफाइल से आई फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते समय सतर्क रहें।
- सरकारी अधिकारियों के नाम से आने वाली ऑनलाइन रिक्वेस्ट की पुष्टि कर लें।
- फर्जी प्रोफाइल मिलने पर संबंधित अधिकारियों या पुलिस को तुरंत सूचित करें।