
-भारतीय सेना ने 10 करोड़ प्रति यूनिट की चीनी मिसाइलों को किया तबाह
नई दिल्ली । पाकिस्तान को भारत से पंगा लेना भारी पड़ गया, क्योंकि दोनों के बीच हुए संघर्ष में उसने जो हथियारों का इस्तेमाल किया वो भारतीय सैन्य ठिकानों तक भी नहीं पहुंच सके, लेकिन इन हथियारों के इस्तेमाल से उसे बड़े आर्थिक नुकसान में डाल दिया है। भारत के साथ टकराव में पाकिस्तान ने करोड़ों रुपए फूंक दिए। पाकिस्तानी ने सेना समेत भारत के कई शहरों को मिसाइल और ड्रोन से अपना निशाना बनाया जो नाकाम रहे। इनमें जो मिसाइलें और ड्रोन इस्तेमाल किए गए वह चीन व तुर्किये से मिले थे। दोनों देशों में सैन्य संघर्ष तो खत्म हो चुका है लेकिन इससे जुड़े खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान एयरफोर्स के जरिए इस्तेमाल में लाई जा रही चीन में बनी पीएल-15 मिसाइल की कीमत को लेकर एक खुलासा हुआ है।
पाकिस्तान ने यह चीनी मिसाइल जो भारत के शहरों को टारगेट करके दागी थी, लेकिन उसे भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया और यह खेत में जा गिरी।
इस मिसाइल की अनुमानित कीमत करीब 10 करोड़ रुपए प्रति यूनिट बताई जा रही है। यह जानकारी कई डिफेंस एनालिस्ट और मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से सामने आई है। पीएल-15 मिसाइल को चीन ने बनाया है और इसे हवा से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइलों में सबसे एडवांस माना जाता है। पाकिस्तान की वायु सेना ने भारत के साथ हुए सैन्य संघर्ष में इस्तेमाल किया था। डिफेंस एक्सपर्ट्स की मानें तो इंटरनेशनल मार्केट में इस मिसाइल की कीमत 1 से 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बीच है, जो करीब 8.3 करोड़ से 16.6 करोड़ के बीच होती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में डिफेंस एनालिसिस के दौरान पीएल-15 मिसाइल के मलबे की जांच में इसकी कीमत 10 करोड़ आंकी गई। यह पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की जा रही पीएल-15ई एक्सपोर्ट वर्जन है। बता दें पाकिस्तान ने 7 मई को हुई सैन्य कार्रवाई के दौरान पीएल-15ई मिसाइल के इस्तेमाल की पुष्टि की, लेकिन कहा है कि यह अपने लक्ष्य को भेदने में नाकाम रहीं। पाकिस्तान ने 2021 में चीन से 240 पीएल-15ई मिसाइलें और 20 जे-10सी विमान खरीदे थे।