
- निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता व पारदर्शिता हो सुनिश्चित
सेउता-सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद एवं विधायक सेवता ज्ञान तिवारी ने आज अज्जेपुर झील के सौंदर्यीकरण हेतु चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने परियोजना की बिंदुवार जानकारी उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यू0पी0पी0सी0एल0) की कार्यदायी संस्था एवं संबंधित अभियंताओं से प्राप्त की और निर्देश दिए कि समस्त कार्य समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किए जाएं। जिलाधिकारी ने झील के मध्य प्रस्तावित पक्षी आइलैंड निर्माण को प्राथमिकता के आधार पर समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि प्रवासी पक्षियों के आगमन से पूर्व उनके निवास हेतु अनुकूल वातावरण उपलब्ध हो सके।
वन्यजीव संरक्षण व हरित विकास पर विशेष बल निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वन विभाग द्वारा प्रस्तावित वन्यजीव संरक्षण योजनाओं की समीक्षा की तथा निर्देशित किया कि झील के सौंदर्यीकरण में पर्यावरणीय संतुलन को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी, सामाजिक वानिकी को निर्देशित किया कि झील की तटीय सीमा पर हरित पट्टी के तहत योजनाबद्ध ढंग से वृक्षारोपण कराया जाए।

स्थानीय जनसंख्या एवं पर्यटन विकास को जोड़ने की पहल अज्जेपुर झील से सटे ग्रामों एवं आबादी की जानकारी लेकर जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि झील का विकास स्थानीय समुदाय को लाभ पहुंचाने वाला होना चाहिए। पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पर्यटन-आधारित हट्स, झोपड़ियां एवं अन्य सुविधाओं के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कार्यों की उच्च गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा में पूर्णता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सड़क व आधारभूत ढांचे पर ध्यान
निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग को कड़े निर्देश दिए गए कि क्षेत्र की सभी जर्जर एवं गड्ढायुक्त सड़कों का निर्माण बरसात प्रारंभ होने से पूर्व अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाए, जिससे आने-जाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
स्थानीय रोजगार और अवैध कब्जे पर फोकस
विधायक ज्ञान तिवारी ने झील क्षेत्र के समग्र विकास के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने झील क्षेत्र में भूमि माफियाओं द्वारा किए जा रहे अवैध कब्जों पर तत्काल सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस पर जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि झील की तटीय सीमा की राजस्व भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध अतिक्रमण न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
डीएम व विधायक ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
सेउता-सीतापुर। बाढ़ सुरक्षा के लिए जिले में चल रही तैयारियों का जायजा लेने हेतु जिलाधिकारी अभिषेक आनंद एवं विधायक सेवता ज्ञान तिवारी ने बिसवां तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र म्योढ़ी छोलहा का निरीक्षण किया। इस दौरान सिंचाई विभाग द्वारा संचालित बाढ़ से बचाव परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। अधिशासी अभियंता सिंचाई विशाल पोरवाल ने जानकारी दी कि कुल 13 स्टडों में से 10 का निर्माण पूर्ण हो चुका है, 3 स्टड निर्माणाधीन हैं, तथा शीघ्र ही शेष कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जिलाधिकारी ने परकूपाइन संरचनाओं सहित संपूर्ण परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के उपरांत घाघरा व शारदा नदी तट पर जन चौपाल का आयोजन किया गया, जहां बाढ़ से पूर्व की तैयारियों पर विभिन्न विभागों ने जानकारी साझा की।

खंड विकास अधिकारी रेउसा ने बताया कि बाढ़ चौकियों के विषय में, चिकित्सा अधिकारी ने दवाओं के विषय में, पशु चिकित्सा विभाग ने पशुओं के टीकाकरण के विषय में जानकारी दी। जनचौपाल में अधिशासी अभियंता विशाल पोरवाल ने उपस्थित ग्रामीणों को बताया कि शारदा नदी के दायें तट पर पासिनपुरवा, म्योढ़ी छोलहा, भदिमनपुरवा, ढोसेपुरवा व अन्य गांवों को कटान से बचाने हेतु स्टड निर्माण एवं क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत कर उन्हें सुरक्षित किया जा रहा है। विधायक ज्ञान तिवारी ने कहा कि जिलाधिकारी व उनकी टीम के अथक प्रयासों से बाढ़ समस्या का स्थायी समाधान संभव हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 48,000 जरूरतमंदों को आवास योजना का लाभ मिल चुका है, जिससे उन्हें सुरक्षित आश्रय मिला है।
चलहरी से रामपुर मथुरा जाने वाले बंधा मार्ग का किया निरीक्षण
सेउता-सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने आज चलहरी से रामपुर मथुरा तक जाने वाले बंधा मार्ग का निरीक्षण किया। यह मार्ग कुल 51 किलोमीटर लंबा है, जिसमें से 30 किलोमीटर क्षेत्र सीतापुर जनपद में स्थित है। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी बिसवां द्वारा जानकारी दी गई कि मार्ग का कुछ हिस्सा डामर एवं शेष खड़ंजा स्वरूप में है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सम्पूर्ण मार्ग का डामरीकरण कराया जाए और इसे प्रस्ताव में सम्मिलित किया जाए ताकि आवागमन सुगम हो सके। उन्होंने बंधे की स्थिति की भी जानकारी लेते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया कि बंधे की समग्र जांच सुनिश्चित की जाए तथा कहीं भी अवरोध न हो। साथ ही बाढ़ की स्थिति में आसपास के गांवों के लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए पूर्व तैयारी व व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
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