
नई दिल्ली : पहलगाम आतंकी हमले और भारत की सख्त जवाबी कार्रवाई के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक स्तर पर छापेमारी तेज कर दी है। इसी सिलसिले में हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) के लिए जासूसी करने वाले नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और गिरफ्तारियां की हैं।
नूंह के तावडू से हनीफ गिरफ्तार
हरियाणा के नूंह जिले के तावडू उपमंडल स्थित कांगरका गांव से हनीफ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी हाल ही में राजाका गांव से पकड़े गए अरमान की गिरफ्तारी के दो दिन बाद हुई है। हनीफ की गिरफ्तारी इस केस में नौवीं है, जबकि अब तक कुल 9 कथित जासूसों को दबोचा जा चुका है। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह एक संगठित पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क का हिस्सा है जो भारत की संवेदनशील जानकारी विदेशी एजेंसियों तक पहुंचा रहा था।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का सोशल मीडिया अकाउंट सस्पेंड
इससे पहले हरियाणा के हिसार जिले से गिरफ्तार की गई ट्रैवल व्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का इंस्टाग्राम अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। उनके इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख से अधिक फॉलोअर्स थे। ज्योति पर आरोप है कि वह पाकिस्तान हाई कमीशन के एक कर्मचारी दानिश के संपर्क में थी और देश की गोपनीय जानकारियाँ साझा कर रही थी।
ज्योति को 17 मई को गिरफ्तार किया गया था और अदालत में पेश करने के बाद उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब उससे अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन, फंडिंग सोर्स और संपर्क में रहे पाकिस्तानी एजेंट्स के बारे में पूछताछ कर रही है।
पुलिस का बयान: सोशल मीडिया बना नया हथियार
हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आधुनिक युद्ध अब केवल बॉर्डर तक सीमित नहीं रहा। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियाँ अब सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और पब्लिक फिगर्स को अपने प्रचार के लिए टारगेट कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ज्योति मल्होत्रा का केस इसका एक ज्वलंत उदाहरण है।
अब तक कुल 9 गिरफ्तारियां
पहलगाम हमले के बाद से अब तक 9 संदिग्ध जासूसों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें से कई को सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क कर जाल में फंसाया गया। इन गिरफ्तारियों के बाद सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हो गई हैं और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को और कड़ा किया जा रहा है।