लखीमपुर : यूरिया की किल्लत से किसान परेशान, खेतों में सूख रही फसलें

  • मोहम्मदी मार्ग की एकमात्र दुकान पर भी जबरन दी जा रही अतिरिक्त सामग्री

गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर। इन दिनों यूरिया खाद की भारी किल्लत से किसान बेहद परेशान हैं। जेठ के महीने में जब गन्ने की फसल में नए कल्ले निकलते हैं, उस समय यूरिया की अत्यधिक आवश्यकता होती है, लेकिन बाजार में यूरिया उपलब्ध नहीं होने से किसान हलकान हैं।

गन्ना ही नहीं, जिन किसानों ने मूंग, उड़द और अरहर जैसी दलहनी फसलें बोई हैं, उन्हें भी पोषण के लिए यूरिया की जरूरत है। बावजूद इसके नगर के अधिकांश खाद विक्रेताओं की दुकानों पर यूरिया नदारद है। केवल मोहम्मदी मार्ग स्थित एक दुकान पर ही यूरिया उपलब्ध है, लेकिन वहां भी किसानों को मजबूरी में यूरिया के साथ पेस्टिसाइड और अन्य कृषि उत्पाद खरीदने को कहा जा रहा है।

किसानों का कहना है कि खाद विक्रेता उनकी मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। एक ओर फसलें सूखने की कगार पर हैं, तो दूसरी ओर यूरिया की उपलब्धता पर भी जबरन शर्तें थोपी जा रही हैं।

इस संबंध में स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की जा रही है ताकि जल्द से जल्द यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और किसानों को राहत मिल सके। किसानों ने मांग की है कि प्रशासन मोहम्मदी मार्ग स्थित दुकान की जांच कराए और सुनिश्चित करे कि किसानों को खाद खरीदने के लिए किसी भी तरह की शर्तों में न बांधा जाए। साथ ही अन्य खाद विक्रेताओं के माध्यम से भी यूरिया उपलब्ध कराया जाए।

किसान लोकेश गुप्ता ने बताया कि “खेतों में गन्ने के कल्ले कमजोर हो रहे हैं। अगर एक-दो दिन में यूरिया नहीं मिला तो फसल को बड़ा नुकसान हो सकता है,”

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