बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट : कानपुर जू में 62 कर्मियों की स्क्रीनिंग, जांच को भेजे 200 गए सैंपल 

कानपुर : बर्ड फ्लू को लेकर कानपुर जू प्रशासन अलर्ट मोड पर है. स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार को यहां के 62 कर्मियों की सीरम सैंपलिंग कोरोना की तर्ज पर की गई. इसके अलावा करीब 200 सर्विलांस सैंपल IVRI बरेली भेजे गए हैं. नगर निगम कर्मियों ने चिड़ियाघर में बाड़ों के पास सैनिटाइजेशन किया. तीन दिन के अंदर जू में कई जानवरों की मौत हो चुकी है.

कानपुर जू के प्रशासनिक अफसरों ने दावा किया कि फिलहाल रविवार को जू के अंदर किसी भी पक्षी के मृत पाए जाने की कोई सूचना नहीं मिली है. वायरस का प्रकोप बहुत अधिक न बढ़ जाए इसके लिए एहतियात बरते जा रहे हैं. जू को 6 जोन में बांट दिया गया. वहीं अस्पताल परिसर को एपिक जोन में तब्दील किया गया है.

कई वन्य जीवों ने कम कर दिया खाना : कानपुर जू में प्रशासनिक अफसरों व चिकित्सकों के लिए चिंता भरी बात यह है कि कई वन्यजीवों ने बब्बर शेर पटौदी की मौत के बाद से खाना खाना कम कर दिया है. जू के अफसर व चिकित्सक इसे बेहद गंभीर मान रहे हैं. ऐसी स्थितियां आगामी दिनों में जारी रहीं तो यह चिंता का विषय हो सकता है.

बरेली भेजे गए सैंपल : कानपुर जू में बर्ड फ्लू की जानकारी के बाद पशुपालन विभाग समेत कई अन्य विभागों ने भी अपने कर्मियों को फील्ड में उतार दिया है. शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग पशुपालन विभाग की टीमों ने कुल 200 सर्विलांस सैंपल लिए. इन्हें भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली में जांच के लिए भेज दिया गया.

जू के आसपास कई किमी तक निगरानी : इसी तरह जिला प्रशासन की ओर से कुल 13 आरआरटी टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है. डीएम कानपुर जितेंद्र प्रताप सिंह ने 7 एसीएम अफसरों की अध्यक्षता में 11 प्रशासनिक दल तैयार किए हैं. इसमें सहायक पुलिस आयुक्त, नगर निगम व पशुपालन विभाग के कर्मी शामिल हैं. चिड़ियाघर के आसपास कई किलोमीटर के दायरे में लगातार प्रशासनिक अफसरों की टीमें निगरानी कर रहीं हैं.

सभी को इस बात के लिए जागरूक किया जा रहा है अगर कहीं किसी को कोई दिक्कत लग रही है तो फौरन वह जिला प्रशासन के अफसरों को जानकारी दे सकता है.

इमरजेंसी के लिए कानपुर जू व जिला प्रशासन तैयार: शहर में किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए कानपुर में पशुपालन, कानपुर जू, ग्राम्य विकास विभाग, वन विभाग, सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग की ओर से कार्य योजना बना ली गई है. जिला प्रशासन के आला अफसरों का दावा है, मौजूदा स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जाएगा.

इस पूरे मामले पर डीएम कानपुर जितेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि हम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के लगातार संपर्क में हैं. उनकी ओर से जो भी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं उन्हें नियमित तौर पर क्रियान्वित कराया जा रहा है. कानपुर जू के अंदर की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. अगर वन्यजीवों की मौत का मामला सामने आता है तो विशेषज्ञों से बात की जाएगी.

तीन दिन में कई जानवरों की हो चुकी है मौत : चिड़ियाघर में तीन दिन के अंदर कई जानवरों की मौत हो चुकी है. बब्बर शेर पटौदी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. जांच में उसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. चिड़ियाघर के जंगल सफारी परिसर में कुछ दिनों पहले मोर की भी मौत हुई थी. इसकी जांच में भी बर्ड फ्लू मिला था. इसके अलावा शनिवार को सुर्खाब पक्षी की भी मौत हो गई थी.

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