
फतेहाबाद : हरियाणा पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर शनिवार को फतेहाबाद के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लघु सचिवालय में पुलिस अधिकारियों के साथ अहम बैठक की और राज्य में सुरक्षा व्यवस्था, नशे पर नियंत्रण और लंबित शिकायतों के निपटारे को लेकर दिशा-निर्देश दिए।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक्टिव हुए पाकिस्तानी जासूस
मीडिया से बातचीत में डीजीपी कपूर ने कहा कि,
“पाकिस्तानी जासूस पहले से मौजूद थे, लेकिन हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वे अचानक से सक्रिय हो गए।”
उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बेहतर सूचना तंत्र के चलते कई जासूस हरियाणा पुलिस की पकड़ में आए हैं। सभी से पूछताछ की जा रही है और राज्य में संदिग्ध गतिविधियों पर गहन नजर रखी जा रही है।
सूखे नशे पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश
हरियाणा में नशे के बढ़ते खतरे को देखते हुए डीजीपी ने स्पष्ट किया कि:
- पुलिस को सूखे नशे (ड्राय ड्रग्स) पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
- मेडिकल स्टोर्स को सख्त हिदायत दी गई है कि नशे में प्रयोग होने वाली दवाओं की बिक्री सावधानीपूर्वक करें।
- उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस पूरी तरह से सजग है और नशा तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों को शिकायतों की जांच खुद करने के आदेश
डीजीपी कपूर ने सभी थाना प्रभारियों, सब-इंस्पेक्टरों और इंस्पेक्टरों को निर्देशित किया कि वे:
- किसी भी आमजन की शिकायत की जांच स्वयं करें।
- पीड़ित को समय पर न्याय दिलाने के लिए कार्रवाई में देरी न हो।
उन्होंने कहा,
“जिम्मेदार जांच अधिकारी की भूमिका बेहद अहम होती है। इसलिए किसी भी केस की जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
दौरे का उद्देश्य और भावी दिशा
फतेहाबाद दौरे का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर पर पुलिस कार्यप्रणाली की समीक्षा, आमजन से संवाद, और अपराध नियंत्रण पर रणनीति को मजबूती देना था। डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण के साथ-साथ जन विश्वास को बनाए रखना भी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।