
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को तुर्किए द्वारा मदद दिए जाने और भारत द्वारा तुर्किए का बॉयकॉट किए जाने पर तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने बड़ा बयान दिया है.
राष्ट्रपति एर्दोगन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया और लिखा: “तुर्किए और पाकिस्तान के रिश्ते दुनिया में सच्चे भाईचारे और विश्वास की मिसाल हैं. यह रिश्ता सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक रूप से भी बहुत मजबूत है.” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की कोशिश करता है और तुर्किए उसकी इस नीति की सराहना करता है. “हम अच्छे और बुरे वक्त में पाकिस्तान के साथ थे, हैं और रहेंगे. पाकिस्तान-तुर्किए दोस्ती जिंदाबाद!”
क्या है पूरा मामला?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला कर 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात “ऑपरेशन सिंदूर” चलाकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने 7 से 10 मई के बीच भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत ने पूरी ताकत से जवाब दिया.
तुर्किए ने पाकिस्तान की कैसे मदद की?
भारतीय सेना ने जानकारी दी कि तुर्किए ने पाकिस्तान को मिसाइल और ड्रोन सप्लाई किए, जो भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए गए. सेना ने इसके पक्के सबूत भी पेश किए हैं.
इसके बाद भारत सरकार ने तुर्किए के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और तुर्किए को पूरी तरह से बॉयकॉट कर दिया है. अब भारत और तुर्किए के रिश्तों में तनाव और दूरी साफ नजर आ रही है. भारत के इस कदम से तुर्किए को कूटनीतिक और व्यापारिक नुकसान हो सकता है.