
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दो पाकिस्तानी जासूस भारतीय फौज की मूवमेंट, ट्रेनों के आवागमन, सैन्य अधिकारियों की प्रेसवार्ता को हरियाणा के पानीपत से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को भेज रहे थे। पानीपत पुलिस ने दोनों को धर दबोचा। दो जासूसों में एक उत्तर प्रदेश के कैराना का निवासी है, जो अपनी बहन के पास रहता था। वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था।
पानीपत से दो पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार
बता दें कि आरोपी जासूस का नाम नौमान इलाही है, जिसकी उम्र 24 वर्ष है। वह पानीपत में एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना के मोहल्ला बेगमपुरा का निवासी है। उसकी बहन जीनत की शादी पानीपत में हुई है, और वह उसी के पास रह रहा था। पहले उसने सेक्टर 29 की एक फैक्ट्री में काम किया था।
दरअसल, 6-7 मई की रात भारत की पाकिस्तान पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर थीं। हालांकि, दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हो चुका है। इसके बावजूद, पुलिस संदिग्धों की जांच कर रही थी। इसी संदर्भ में नौमान इलाही के मोबाइल की जांच की गई, जिसमें पता चला कि उसके फोन नंबर से पाकिस्तान में इकबाल नाम के आतंकी के संपर्क में होने का संकेत मिला। यह भी जानकारी मिली कि वह भारत की सुरक्षा से जुड़ी कुछ जानकारियां पाकिस्तान में भेज रहा था। पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
पाकिस्तान में एक जासूस को सीआईए वन ने गिरफ्तार किया है, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय फौज की मूवमेंट, ट्रेनों के आवागमन, सैन्य अधिकारियों की पत्रकारवार्ता और देश के माहौल की जानकारी पाकिस्तान में भेज रहा था। यह जासूस उत्तर प्रदेश के कैराना का रहने वाला है और यहाँ हॉली कॉलोनी में अपनी बहन के पास रहता था। वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था।
आरोपी का नाम नौमान इलाही है, जिसकी उम्र 24 वर्ष है। वह पानीपत में एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना के मोहल्ला बेगमपुरा का निवासी है। उसकी बहन जीनत की शादी पानीपत में हुई है, और वह उसी के पास रह रहा था। पहले उसने सेक्टर 29 की एक फैक्ट्री में काम किया था।
6 से 7 मई की रात भारत की पाकिस्तान पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर थीं। हालांकि, दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हो चुका है। इसके बावजूद, पुलिस संदिग्धों की जांच कर रही थी। इसी संदर्भ में नौमान इलाही के मोबाइल की जांच की गई, जिसमें पता चला कि उसके फोन नंबर से पाकिस्तान में इकबाल नाम के आतंकी के संपर्क में होने का संकेत मिला। यह भी जानकारी मिली कि वह भारत की सुरक्षा से जुड़ी कुछ जानकारियां पाकिस्तान में भेज रहा था। पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
पुलिस के अनुसार, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नौमान इलाही ने कितनी जानकारियां पाकिस्तान में भेजी हैं। उनके मोबाइल की जांच जारी है, और पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
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