AI का लाइफ इंश्‍योरेंस व कोटक लाइफ पर प्रभाव : जेन

कीर्ति पाटिल, ज्‍वॉइंट प्रेसिडेंट, आईटी एंड सीटीओ, कोटक लाइफ

नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक परिवर्तनकारी ताकत के रूप में उभर चुकी है, जिसने हमारे सोचने, काम करने, जीने और आपस में जुड़ने के तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है। यह केवल कुछ खास इंडस्‍ट्री तक सीमित नहीं है, बल्कि अब जीवन के लगभग हर क्षेत्र को प्रभावित कर रही है। निर्णय लेने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने से लेकर जटिल से जटिल कामों को स्वचालित करने तक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव हर जगह देखा जा सकता है। जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और एडवांस हो रहा है, यह मानव प्रयास के लगभग हर पहलू का महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा बनता जा रहा है, जिससे संभावनाओं और इनोवेशन का एक नया दौर शुरू हो रहा है।

लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री पर AI का प्रभाव

जब बात लाइफ इंश्‍योरेंस की आती है, तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कई तरीकों से इस सेक्‍टर में महत्वपूर्ण बदलाव ला रहा है। प्रोडक्टिविटी (उत्पादकता) और दक्षता बढ़ाने से लेकर ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार इंडिविजुअल प्रोडक्ट और सेवाएं प्रदान करने तक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब इंश्योरेंस कंपनियों के लिए नए अवसरों के रास्ते खोल रहा है।

इनोवेशन : कोटक लाइफ की प्राथमिकता

कोटक लाइफ में, हम हमेशा नई तकनीक और इनोवेशन के साथ अप-टु-डेट रहने को प्राथमिकता देते हैं। जब जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Gen AI) ने अभी अपनी शुरुआत ही की थी, तब भी हमने डेटा एनालिटिक्स और एआई/एमएल (AI/ML) का उपयोग कई कामों में किया:

  • कंवर्सेशनल एआई : अपनी वेबसाइट चैटबॉट्स और व्हाट्सएप असिस्टेंट के माध्यम से ग्राहकों को कई सेवाएं प्रदान करना।
  • कंप्यूटर विजन : किसी भी तरह के फ्रॉड (धोखाधड़ी) की पहचान और उसे रोकने के लिए।
  • OCR (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) : दस्तावेज पहचानने और कंटेंट की जांच करने के लिए।
  • एआई एल्गोरिदम : सजीव होने के गुणों की जांच के लिए।
  • प्रिडिक्टिव मॉडल्स : फ्रॉड का पता लगाने, जोखिम का मूल्यांकन करने और अंडरराइटिंग के लिए।
  • इंटरनल चैटबॉट्स : कर्मचारियों के लिए।
  • नजेस : एजेंट्स और फ्रंटलाइन सेल्स के लिए, जिससे काम में सुधार लाया जा सके।
  • इंटेलिजेंट ऑटोमेशन : तुरंत सर्विस देने और क्लेम की प्रक्रिया को तेज करने के लिए।

टेक्‍नोलॉजी संबंधी कामों में भी, हमने एआई का उपयोग आईटी ऑपरेशन, साइबर सिक्‍योरिटी और क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए किया है। हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि किसी भी ऑर्गेनाइजेशन (संगठन) में टेक्‍नोलॉजी का अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके।

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