
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने आज भारतीय शेयर बाजार को जोरदार झटका दिया। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में ही 800 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया, जबकि निफ्टी 50 24,050 के अहम 200-DEMA (डेली एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) समर्थन स्तर से नीचे फिसल गया।
निवेशकों में बढ़ी बेचैनी, बाजार में डर का माहौल
हाल ही में सामने आए भारत के ड्रोन हमले और पाकिस्तान की तीखी प्रतिक्रिया के बाद युद्ध की आशंका ने निवेशकों को असहज कर दिया है। पहले जहां सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सीमित कार्रवाई की उम्मीद थी, अब हालात लंबे तनाव की ओर इशारा कर रहे हैं। इससे निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है और उन्होंने जोखिम से बचने के लिए बिकवाली शुरू कर दी है।
बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में भारी गिरावट
बैंक निफ्टी में भी तेज गिरावट देखी गई। वित्तीय क्षेत्र में दबाव सबसे ज्यादा महसूस किया गया, क्योंकि इस क्षेत्र को भूराजनीतिक तनावों से सबसे जल्दी और गहरा असर होता है।
“सेक्टरल इंडेक्स में बैंकिंग और ऑटो में सबसे ज्यादा कमजोरी दिखी, जबकि आईटी और फार्मा ने कुछ हद तक समर्थन दिया,” — एक बाज़ार विश्लेषक ने कहा।
वैश्विक संकेत भी कमजोर
शेयर बाजार पर सिर्फ घरेलू तनाव ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी ने भी असर डाला।
- शंघाई कम्पोजिट और हैंग सेंग जैसे एशियाई बाजारों में आज तेज गिरावट देखी गई।
- अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 100 के ऊपर चला गया है, जिससे विदेशी निवेशक भारत से पैसे निकालने लगे हैं।
- कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से भी अस्थिरता बढ़ी है।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता से भी अनिश्चितता
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर जारी बातचीत में अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। इससे भी निवेशकों में अनिश्चितता का माहौल है, और वे फिलहाल सतर्क होकर चल रहे हैं।
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बाजार विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा हालात में लॉन्ग टर्म निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन अल्पकालिक निवेशकों को जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए।