
6 मई की रात भारत ने पाकिस्तान की कायराना हरकत का करारा जवाब “ऑपरेशन सिंदूर” के ज़रिए दिया। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के पीछे छूट गईं उनकी पत्नियां – जिनके माथे का सिंदूर छिन गया। ये सिर्फ एक हमले का जवाब नहीं था, ये उन टूटे हुए दिलों और उजड़े मांगों के सम्मान की लड़ाई थी।
लेकिन इस ऑपरेशन के नाम “सिंदूर” ने पूरे देश को याद दिला दिया कि हमारे समाज में सिंदूर सिर्फ सजने-संवरने की चीज़ नहीं, बल्कि वह लाल रेखा है जो प्रेम, बलिदान और आत्मबलिदान की गवाही देती है।
हिंदू धर्म में सिंदूर का महत्व – सिर्फ श्रृंगार नहीं, आस्था की शक्ति
सिंदूर वह प्रतीक है जो एक स्त्री को उसके पति से जोड़ता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सिंदूर लगाने से न केवल पति की आयु बढ़ती है, बल्कि यह स्त्री के मनोबल और उसके आत्मविश्वास का भी प्रतीक बन जाता है। यह मांग में भरा लाल रंग, उसकी दुआओं और उम्मीदों का रंग है।
सिंदूर की उत्पत्ति – देवी पार्वती से लेकर हर नारी तक
पौराणिक कथा के अनुसार, पहली बार देवी पार्वती ने अपनी मांग में सिंदूर भरा था।
जब उन्होंने भगवान शिव से पूछा कि इसका महत्व क्या है, तो शिव ने कहा:
“यह सिंदूर तुम्हारे प्रेम और समर्पण की पहचान है। यह तुम्हारी आस्था को शक्ति देता है और मुझे दीर्घायु प्रदान करता है।”
देवी पार्वती ने तभी संकल्प लिया कि वह जीवनभर सिंदूर लगाकर हर स्त्री के लिए सौभाग्य का वरदान बनेंगी।
मां सीता और सिंदूर की कथा – जब हनुमान जी ने खुद को रंग दिया लाल
वाल्मीकि रामायण में एक और प्रेरक प्रसंग आता है।
जब हनुमान जी ने देखा कि मां सीता हर दिन अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं, उन्होंने कारण पूछा।
माता सीता ने उत्तर दिया:
“ये सिंदूर श्रीराम की लंबी उम्र के लिए है।”
हनुमान जी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने पूरे शरीर को सिंदूर से रंग लिया, यह दर्शाने के लिए कि वह भी अपने प्रभु के लिए उतना ही समर्पित हैं।
ऑपरेशन सिंदूर – श्रद्धांजलि उन मांगों को जो हमेशा के लिए सूनी हो गईं
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह श्रद्धांजलि थी उन वीर नारियों को, जिन्होंने अपने पति को देश के नाम खो दिया। उनका सिंदूर मिट गया, लेकिन उनकी हिम्मत और धैर्य ने पूरे देश को सिर झुकाने पर मजबूर कर दिया।
नारी का सिंदूर – सम्मान, शक्ति और संकल्प का प्रतीक
- यह उस स्त्री की पहचान है जो अपने प्रेम को समर्पण में बदलती है।
- यह उसकी मनोकामना है कि उसका जीवन साथी लंबी उम्र जिए।
- और जब उसका साथी देश के लिए बलिदान देता है, तो वह सिंदूर मातृभूमि के नाम हो जाता है।