बरेली : जमीनी रंजिश में खून की होली, दबंगों ने दो भाइयों पर बरसाए लाठी-डंडे और हथियार, एक की मौत

[ मृतक की फाइल फोटो ]

  • दस साल पुरानी जमीनी रंजिश

बरेली | सिरौली थाना क्षेत्र के दलीपपुर उर्फ इस्लामनगर गांव में दस साल पुरानी जमीनी रंजिश ने बुधवार को खूनी मोड़ ले लिया। गांव के ही दबंगों ने दिनदहाड़े दो सगे भाइयों पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल हुए छोटे भाई सौरभ सिंह (20) ने गुरुवार सुबह इलाज के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि बड़े भाई गौरव की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

छोटी सी कहासुनी बनी खूनी संघर्ष की वजह

परिजनों के मुताबिक, सौरभ और गौरव का गांव के ही रहने वाले प्रकाश, नंदकिशोर और चतुर्भुज से पिछले दस वर्षों से जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था। सोमवार की शाम मामूली कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दोनों भाइयों पर हमला कर दिया।

लाठी-डंडों, धारदार हथियारों और यहां तक कि तमंचे से हमला किया गया। चीख-पुकार सुनकर जब तक घरवाले मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।

इलाज के दौरान तोड़ा दम, गांव में पसरा मातम

दोनों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सौरभ की हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी। गुरुवार सुबह उसने अंतिम सांस ली। गौरव अब खतरे से बाहर है। बेटे की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

पुलिस ने दर्ज किया केस, आरोपियों की तलाश तेज

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और केस दर्ज कर लिया है। सिरौली थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। गांव में तनाव को देखते हुए एहतियातन पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

यह भी पढ़े – ऑपरेशन सिंदूर’ की प्लानिंग कहां हुई, किसने बनाई रणनीति? पढ़ें इनसाइड स्टोरी

https://shorturl.at/cjeo6

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

दीपिका चिखलिया बन सकती थीं ‘राम तेरी गंगा मैली’ की हीरोइन, लेकिन किस्मत ने बनाया ‘सीता’ MS Dhoni बोले : मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं, मेरी फैन फॉलोइंग ही काफी है साई सुदर्शन ने जड़ा धमाका, टी-20 में बिना जीरो आउट हुए बनाए सबसे ज्यादा रन सेना के नये कमांडर होंगे एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी भारत से अधूरे इलाज के बाद लौटे पाकिस्तानी किशोर की गुहार, बोला- पीएम मोदी मेरी मां को कराची लौटने दें