
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारतीय निवेशकों का एक पसंदीदा लॉन्ग टर्म सेविंग विकल्प है। यह न केवल एक सरकारी गारंटी वाली स्कीम है, बल्कि इसमें मिलने वाला ब्याज और मेच्योरिटी अमाउंट पूरी तरह टैक्स फ्री होता है। इसे आयकर की ई-ई-ई (EEE) कैटेगरी में रखा गया है – यानि निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी तीनों पर कोई टैक्स नहीं लगता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शादीशुदा लोग इस स्कीम का डबल फायदा उठा सकते हैं? आइए जानते हैं कैसे।
पति-पत्नी दोनों के नाम पर पीपीएफ अकाउंट खोलकर डबल निवेश कैसे करें?
सरकार की ओर से PPF में सालाना अधिकतम ₹1.5 लाख तक के निवेश पर टैक्स छूट दी जाती है। लेकिन नियम यह है कि हर व्यक्ति के नाम पर केवल एक ही PPF अकाउंट हो सकता है और निवेश की अधिकतम सीमा ₹1.5 लाख प्रति वित्त वर्ष है।
अब अगर आप शादीशुदा हैं, तो आप इस स्कीम में एक स्मार्ट चाल चल सकते हैं:
कैसे करें डबल निवेश?
- आप अपने नाम से एक PPF खाता खोलें और उसमें ₹1.5 लाख सालाना जमा करें।
- अपने जीवनसाथी (पति या पत्नी) के नाम से भी एक अलग PPF खाता खुलवाएं।
- उस खाते में भी आप या आपका पार्टनर ₹1.5 लाख सालाना जमा कर सकता है।
👉 इस तरह, एक परिवार कुल ₹3 लाख सालाना तक निवेश कर सकता है – जो कि सामान्य निवेश सीमा से दोगुना है।
दोनों खातों पर मिलेगा अलग-अलग ब्याज
PPF की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दोनों खातों में अलग-अलग ब्याज मिलेगा। यानी जो भी राशि पति और पत्नी के नाम से खातों में जमा होगी, उन दोनों पर अलग-अलग ब्याज सालाना आधार पर मिलेगा। और यह ब्याज भी पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
यह एक तरह से रिटर्न को कंपाउंड करने का तरीका है, जिसमें हर साल का ब्याज आपकी मूल राशि में जुड़ता जाता है और लॉन्ग टर्म में यह एक बड़ी राशि बन जाती है।
टैक्स छूट और ब्याज का लाभ: दोनों हाथ में लड्डू
- टैक्स की बात करें तो, आयकर की धारा 80C के तहत एक व्यक्ति को अधिकतम ₹1.5 लाख तक की छूट ही मिलती है। इसलिए आप चाहे पति के खाते में ₹1.5 लाख डालें या पत्नी के खाते में – टैक्स छूट किसी एक पर ही क्लेम की जा सकती है।
- लेकिन जो ब्याज दोनों खातों पर मिलेगा, वह पूरी तरह टैक्स फ्री रहेगा।
- और जब दोनों खातों की मेच्योरिटी होती है (15 साल बाद), तो उस पर मिलने वाली पूरी रकम भी टैक्स फ्री होती है।
ब्याज का डबल फायदा कैसे होता है?
जब आपके जीवनसाथी का खाता मैच्योर होगा, तो उसमें जमा पूंजी और ब्याज, आपकी पारिवारिक आय में जुड़ जाएगा – और वह भी बिना किसी टैक्स के बोझ के।
इसका सीधा मतलब है कि:
✔ आपके शुरुआती निवेश से मिलने वाला ब्याज
✔ पार्टनर के खाते पर साल-दर-साल मिलने वाला ब्याज
✔ दोनों खातों की टैक्स फ्री मेच्योरिटी रकम
– ये सब मिलकर आपकी नेट वेल्थ में बड़ा योगदान करेंगे।
ये भी पढ़े – Today Gold Rate : सर्राफा बाजार में मामूली तेजी, सोना-चांदी के बढ़े भाव
एक उदाहरण से समझें
मान लीजिए आप और आपकी पत्नी दोनों 15 साल तक हर साल ₹1.5 लाख PPF में निवेश करते हैं। यदि मौजूदा ब्याज दर 7.1% मानी जाए, तो 15 साल में:
- एक खाते की मैच्योरिटी राशि करीब ₹40 लाख तक पहुंच सकती है
- दोनों मिलाकर यह राशि ₹80 लाख तक हो सकती है
- और यह पूरी तरह टैक्स फ्री होगी
यह लाभ आपको किसी और पारंपरिक सेविंग स्कीम में शायद ही मिले।