
कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) धोनी का आखिरी सीजन होगा या नहीं, इसका फैसला खुद माही ने भी अभी नहीं किया है। 43 वर्षीय धोनी ने कहा कि वो हर साल सिर्फ दो महीने ही खेलते हैं और हर सीजन के बाद उन्हें यह तय करने के लिए 6-8 महीने मेहनत करनी होती है कि उनका शरीर अगले सीजन का दबाव झेल पाएगा या नहीं।
आईपीएल से बाहर, लेकिन सीएसके के लिए दिल से खेल रहे हैं धोनी
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ रोमांचक जीत के बाद धोनी ने कहा, “अभी मेरे लिए कोई फैसला लेने का समय नहीं है, लेकिन जहां भी जाता हूं वहां मुझे प्यार और अपनापन महसूस होता है।” धोनी इस सीजन कम फिजिकल योगदान दे रहे हैं, सीएसके कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने भी माना कि धोनी के घुटने उन्हें लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की इजाजत नहीं देते।
बुधवार को 180 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी 13वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आए। उन्होंने शिवम दुबे के साथ मिलकर मैच को आखिरी ओवर तक पहुंचाया और आंद्रे रसेल की गेंद पर एक अहम छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई।
उर्विल पटेल और ब्रेविस की धमाकेदार एंट्री
इस मैच में दो युवा सितारे चर्चा में रहे – उर्विल पटेल और डेवाल्ड ब्रेविस। आईपीएल डेब्यू कर रहे उर्विल ने शुरुआत से ही आक्रामक तेवर दिखाए और मात्र 11 गेंदों में 31 रन ठोक दिए, जिसमें चार छक्के शामिल थे। वहीं ब्रेविस ने 22 गेंदों में फिफ्टी जड़ दी, जिसमें वैभव अरोड़ा के एक ओवर में 6,4,4,6,6,4 जैसे शॉट्स भी शामिल थे।
अब सीएसके की नजर आईपीएल 2026 की तैयारी पर
प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी सीएसके की टीम अब बाकी बचे मैचों का इस्तेमाल युवा खिलाड़ियों को आजमाने के लिए कर रही है। धोनी ने कहा, “नेट्स या प्रैक्टिस गेम से ज्यादा जरूरी होता है असली मैच। हम देखना चाहते हैं कि दबाव में खिलाड़ी का रवैया कैसा होता है, वो मानसिक तौर पर कितना मजबूत है। तकनीक से ज्यादा मायने रखता है गेम अवेयरनेस।”
धोनी ने यह भी कहा, “कौन सा गेंदबाज क्या सोच रहा है, किस फील्ड सेटअप के अनुसार कौन सी गेंद डालेगा, या फिर वो ‘ब्लफ बॉल’ क्या होगी – यही सब बातें असली बल्लेबाज को खास बनाती हैं।”