
- भारी मात्रा में मिला प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन
- खोया पनीर व्यापारी कर रहा ऑक्सीटोसिन इंजेक्श का अवैध प्रयोग
- खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने की कार्यवाही
- छापेमारी में 200 एमएल ऑक्सीटोसिन इंजेक्श की लगभग 50 बोतल मिली
हरदोई। ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन है, जिसका उपयोग महिलाओं में प्रसव पीड़ा शुरू करने या जारी रखने और प्रसव के बाद रक्तस्राव को नियंत्रित करने में किया जाता है। इसका उपयोग कभी-कभी स्तनपान के दौरान दूध के स्राव में सहायता को लेकर चिकित्सक की सलाह पर दिया जाता है।
सरकार द्वारा प्रतिबंधित ऑक्सीटोसीन दवा के प्रभाव से कम उम्र के बच्चों में भी किशोरवय के लक्षण उभरने लगते हैं, इसके अतिरिक्त ऑक्सीटोसीन का इंजेक्शन प्रयोग चोरी छिपे दूध बढ़ाने के लिए मवेशियों और सब्जियों-फलों का ग्रोथ बढ़ाने के लिए धड़ल्ले से होता है, इस प्रकार मानव शरीर में भी यह कुप्रभाव दिखा रहा है, विशेषकर बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है तथा पशुपालक और डेयरी उद्योग भी इसका प्रयोग कर रहे हैं।
सोमवार को औषधि निरीक्षक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन स्वागतिका घोष को मिली जानकारी के अनुसार थाना कासिमपुर पुलिस बल की संयुक्त टीम के साथ छापा डाला गया। औषधि निरीक्षक ने बताया कार्यवाही के दौरान खोया, पनीर व्यापारी छोटे लाल पुत्र श्री केशरी निवासी जकशरवापुर बरगांव बेहन्दर के घर के अन्दर से संदिग्ध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन भारी मात्रा में लगभग 200 एमएल की 50 बोतल बरामद हुआ जिसमें से संदिग्धकता के आधार एक नमूना संग्रहीत कर जांच एवं विश्लेषण के लिए राजकीय जनविश्लेषक प्रयोगशाला भेजा गया है।
घोष ने बताया नमूनें की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी। इस व्यापारी के यहां खाद्य पदार्थों की जांच के लिए लखनऊ से टीम ने आकर जांच की थी इसी आधार पर औषधि निरीक्षक की शंका भी सही निकली और प्रतिबंध ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन बरामद कर कार्यवाही की गई।