
जयपुर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने NEET-UG 2025 और PPNET 2025 जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने वाले सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो दूसरों की जगह परीक्षा देने और फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए चयन की साजिश रच रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा?
जयपुर पश्चिम जिले की पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) और खुफिया एजेंसियों के सहयोग से विशेष टीम गठित की गई।
टीम ने 4 मई को नई दिल्ली के परीक्षा केंद्र पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी और बाद में आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पहचान
- मेंकुमार बराला – भिवानी, हरियाणा
- साहिल लाल चौधरी – लालसर, राजस्थान
- मोहनलाल जाट – पीलीबंगा, राजस्थान
- ललनदेव यादव – बिहार
(पांचवे आरोपी की पहचान भी जांच में सामने आ रही है)
जब्त सामान और सबू
- 3 ब्लूटूथ डिवाइस
- परीक्षा से जुड़े फर्जी दस्तावेज़
- ₹50,000 नकद
- एक स्कॉर्पियो कार (फर्जी नंबर प्लेट सहित)
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई गंभीर धाराएं लगाई हैं, जिनमें शामिल हैं:
- धोखाधड़ी
- फर्जी दस्तावेज बनाना
- परीक्षा में धोखा देने की कोशिश
- साइबर अपराध
गिरोह का ऑपरेशन कैसे करता था?
इस गैंग का उद्देश्य था कि योग्य छात्रों की जगह पैसे लेकर सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया जाए।
इसके लिए फर्जी आईडी, तकनीकी उपकरण और वाहन का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने 402 नंबर प्लेट वाली स्कॉर्पियो कार को भी जब्त किया है, जिससे आरोपी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने वाले थे।
पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी साजिश
जयपुर पुलिस की सतर्कता और खुफिया निगरानी से एक राष्ट्रीय परीक्षा को बदनाम करने वाली साजिश विफल हो गई।
अब इस मामले में और भी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है, और संभावना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी।