
परतावल , महराजगंज। स्वच्छ भारत जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को जमीनी हकीकत में उतारने की तमाम कोशिशें सरकार कर रही है लेकिन महराजगंज जनपद के विकास खण्ड परतावल अंतर्गत ग्राम पंचायत कुसम्हा के टोला खपरधिकवां में लाखो की लागत से बनी सार्वजनिक शौचालय की स्थिति सरकार की मंशा पर ही सवाल खड़ा कर रही है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार यह शौचालय वर्षों पूर्व बना था लेकिन आज तक इसका ताला नहीं खुला उपयोग में न आने के कारण यह शौचालय धीरे-धीरे जर्जर हो रहा है जबकि गांव की महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि हमने कई बार ग्राम प्रधान और संबंधित अधिकारियों से इसकी मौखिक शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महिलाओं के लिए यह स्थिति अत्यंत असुविधाजनक और असुरक्षित है।
ग्रामीण बलराम का कहना है कि शौचालय बना तो लगा कि अब परेशानी खत्म होगी लेकिन ताला कभी नहीं खुला महिलाएं सबसे ज्यादा परेशान है।
ग्रामीण किस्मती देवी ने कहा की रात के अंधेरे में जाना पड़ता है खेतों में डर तो हमेशा बना रहता है
सरकार द्वारा गांव-गांव शौचालय बनवाकर खुले में शौच को समाप्त करने का अभियान चलाया गया लेकिन जब उपयोग में ही नहीं लाया जाएगा तो यह महज कागजों में चल रही योजना बनकर रह जाएगी।
ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजकर जांच की मांग करते हुए इस शौचालय को अविलंब चालू करवाने और इसकी साफ सफाई की मांग की है।