
जम्मू। श्रीनगर के बेमिना स्थित हज हाउस में आज सुबह भावुक माहौल देखने को मिला जब जम्मू-कश्मीर के पहले हज जत्थे के 178 तीर्थयात्रियों ने मक्का की ओर अपनी रूहानी यात्रा शुरू की। विदाई के दौरान परिजनों की आंखों में आंसू और दुआओं की गूंज माहौल को और भी भावुक बना रही थी। जम्मू-कश्मीर हज कमेटी के कार्यकारी अधिकारी डॉ. शुजात कुरैशी ने बताया कि इस जत्थे में 96 पुरुष और 82 महिलाएं शामिल हैं, जो सभी धार्मिक मानकों के अनुसार यात्रा पर रवाना हुए। यह जत्था फ्लाइट एसजी-5304 के जरिए श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुआ। सुबह 5 से 5.30 बजे के बीच सभी हाजियों को रिपोर्टिंग के लिए बुलाया गया था।
अंतिम तैयारियों के बाद उन्हें रवाना किया गया। विदाई के समय कई लोगों ने कहा, हमने पूरी जिंदगी इस पल का इंतजार किया है, बस अल्लाह हमारी हज कुबूल फरमाए। डिविजनल कमिश्नर कश्मीर विजय कुमार बिधूड़ी ने पूर्व में हज हाउस का दौरा कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। इस वर्ष जम्मू-कश्मीर से 3,600 से अधिक हाजी सरकारी कोटे के तहत हज यात्रा पर रवाना होंगे। जैसे ही बसें हज हाउस से एयरपोर्ट की ओर बढ़ीं, वातावरण में लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक की सदा गूंज उठी, जिसने पूरे माहौल को एक रूहानी एहसास से भर दिया।