
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने जम्मू के एक कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. कांस्टेबल मुनीर अहमद पर आरोप है कि उन्होंने एक पाकिस्तानी नागरिक से शादी की और इस बात को विभाग से छिपाया. सीआरपीएफ के अनुसार, उन्होंने न केवल अपनी शादी की जानकारी गोपनीय रखी बल्कि वीजा समाप्त होने के बावजूद अपनी पत्नी को भारत में शरण दी. बल ने इसे सेवा आचरण का गंभीर उल्लंघन और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया.
बिना अनुमति कर ली शादी
सूत्रों के मुताबिक, 2017 में सीआरपीएफ में शामिल हुए मुनीर अहमद ने पहले विभाग को लिखित रूप में सूचित किया था कि वह पाकिस्तान की एक महिला से विवाह करना चाहते हैं. हालांकि, उन्हें इस विवाह के लिए आधिकारिक अनुमति नहीं मिली थी. उन्होंने 24 मई 2023 को वीडियो कॉल के जरिए शादी कर ली. शादी के बाद उनकी पत्नी मीनल खान पर्यटक वीजा पर भारत आईं और उन्हीं के साथ रहने लगीं.
वीजा खत्म, लेकिन महिला रहीं भारत में
मीनल खान का वीजा 22 मार्च को समाप्त हो गया था. इसके बाद भी वह भारत में रह रही थीं. सीआरपीएफ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि अहमद की पत्नी को वीजा अवधि खत्म होने के बावजूद भारत में रहने देना सुरक्षा के लिहाज से गंभीर मामला है. सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए जाने के बाद मीनल खान को निर्वासन का नोटिस मिला और उन्हें वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान भेजा जा रहा था. हालांकि, हाईकोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की अस्थायी राहत दी है.
भारत की सख्त रणनीति: व्यापार और आवाजाही पर प्रतिबंध
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के प्रति कड़ा रुख अपनाया है. इसके तहत मेल और पार्सल सेवाओं के साथ-साथ पाकिस्तान से आयात पर भी रोक लगा दी गई है. सभी भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों के रुकने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. अटारी-वाघा सीमा को भी बंद कर दिया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग ठप हो गया है.