
- हाफिज नूर अहमद अजहरी बोले – ये बिल मुस्लिम समाज की धार्मिक आज़ादी पर हमला, सरकार इसे तुरंत वापस ले
पूरनपुर , पीलीभीत। वक्फ संपत्तियों से संबंधित केंद्र सरकार द्वारा लाए गए संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम समाज में गहरी नाराजगी व्याप्त है। सोमवार की रात पूरनपुर तहसील क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में मुस्लिम समुदाय ने इस बिल के विरोध में शांतिपूर्ण और प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। विरोध के तहत रात 9 बजे से 9 बजकर 15 मिनट तक घरों, दुकानों और मस्जिदों की लाइटें बंद रखी गईं।
यह विरोध किसी संगठन या राजनीतिक दल द्वारा आयोजित नहीं था, बल्कि मुस्लिम समाज की एकजुटता और जागरूकता का प्रतीक रहा।
कैसे हुआ विरोध प्रदर्शन?
पूरनपुर नगर, मोहल्ला रजागंज, सहित गांवों में एक साथ बिजली बुझाई गई। न कोई नारा, न कोई प्रदर्शन — शांतिपूर्वक तरीके से मुस्लिम समाज ने सरकार तक अपनी नाराजगी पहुंचाई।
हाफिज नूर अहमद अजहरी का बयान
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद अजहरी ने कहा:
“वक्फ संशोधन बिल मुस्लिम समाज की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की आज़ादी पर हमला है। वक्फ संपत्तियाँ केवल ज़मीन नहीं, बल्कि यह हमारी पहचान और विरासत हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि यह बिल तुरंत वापस लिया जाए। अगर सरकार नहीं मानती तो हम शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आगे भी विरोध करते रहेंगे।”
प्रशासन की निगरानी, माहौल पूरी तरह शांत
विरोध को लेकर स्थानीय प्रशासन पहले से सतर्क था। संवेदनशील इलाकों में पुलिस की मौजूदगी रही, मगर कहीं भी कोई अव्यवस्था या शांति भंग की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
वक्फ संशोधन विधेयक पर आपत्ति
वक्फ संशोधन विधेयक में सरकार द्वारा वक्फ संपत्तियों की जांच और नियंत्रण के अधिकार बढ़ाने की बात कही गई है। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि इससे वक्फ बोर्ड की स्वायत्तता प्रभावित होगी और धार्मिक संस्थाओं पर सरकारी नियंत्रण बढ़ जाएगा। मुस्लिम संगठनों का मानना है कि यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 26 और 30 के खिलाफ है।