मीरजापुर : जुल्म की जंजीर टूटी, रानी लक्ष्मीबाई योजना बनी शक्ति की ढाल

  • 15 पीड़ित महिलाओं को मिला न्याय और संबल

मीरजापुर। दहेज उत्पीड़न और एसिड अटैक जैसी दर्दनाक घटनाओं से पीड़ित महिलाओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष योजना एक नई उम्मीद बनकर उभरी है।

कलेक्ट्रेट में गुरुवार को जिले की 15 महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत तीन-तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई, जिससे उन्हें न्याय और पुनर्वास का सहारा मिला।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि इनमें से 14 महिलाएं दहेज उत्पीड़न की शिकार थीं, जबकि एक महिला एसिड अटैक की विभीषिका से गुजरी थी। सभी मामलों की गहन जांच और दस्तावेज़ी सत्यापन के बाद यह सहायता राशि प्रदान की गई। यह पहल ना केवल पीड़ितों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उनके आत्मसम्मान की पुनर्स्थापना में भी अहम भूमिका निभा रही है।

जिलाधिकारी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई योजना एक बार फिर यह साबित कर रही है कि जब बात महिला सशक्तिकरण की हो तो सरकार संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ कदम उठाने को तैयार है।

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