
- पीड़िता बोली—’चौकी इंचार्ज बना रहा समझौते का दबाव’
बरेली। थाना बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा में महिला पर जानलेवा हमला हुआ और पुलिस ने मामला इस अंदाज़ में निपटा दिया, जैसे किसी का मोबाइल छीन लिया गया हो! पीड़िता इशरत जहां पत्नी चीना ने एसएसपी से शिकायत कर पूरी कहानी उजागर की है।
28 अप्रैल की शाम करीब 7 बजे इशरत की बहन रूमाना अपने पति बिक्की, ससुर शौकीन, सास सलमा, देवर तालिब, अबीज, कासिम, नंदोई नाजिम और ननद शमा के साथ उसके घर में घुस आई। आरोप है कि इन सबने मिलकर इशरत पर हथौड़े से वार किया और फिर धारदार हथियार से जान लेने की कोशिश की। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
पुलिस को सूचना दी गई, मेडिकल परीक्षण भी हुआ, लेकिन बारादरी थाने की पुलिस ने मामला हल्की धाराओं में दर्ज कर ठंडे बस्ते में डाल दिया।
अब न कोई गिरफ्तारी, न कोई पूछताछ—बस धमकियों की रफ्तार लगातार जारी !
इशरत का आरोप है कि चौकी इंचार्ज उल्टा उसे ही डरा रहे हैं और मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। महिला ने एसएसपी से इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि अगर अब भी सख्त धाराओं में केस दर्ज नहीं हुआ तो अगला हमला जान लेकर ही थमेगा।
पीड़िता इशरत जहां, का आरोप हैं मेरे साथ मारपीट हुई, धारदार हथियार से हमला किया गया, पर पुलिस ऐसे बर्ताव कर रही है जैसे कुछ हुआ ही नहीं… चौकी इंचार्ज कह रहे हैं मामला रफा-दफा कर दो। अब एसएसपी से उम्मीद है।”