
वाराणसी : समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के साथ जोड़ने को लेकर सियासत गरमा गई है। प्रदेश भर में भाजपा कार्यकर्ता इसे लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को वाराणसी कचहरी स्थित अंबेडकर पार्क में भाजपा की जिला एवं महानगर इकाइयों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने ‘बाबा साहेब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ जैसे नारों के साथ सपा प्रमुख के खिलाफ रोष जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा साहेब के चित्र के बराबर अपनी तस्वीर लगाना न केवल राजनीतिक अहंकार का प्रदर्शन है, बल्कि यह दलित समाज की भावनाओं के साथ गंभीर खिलवाड़ है। प्रदर्शन के दौरान राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।
राजनीतिक फायदे के लिए सम्मान का दिखावा: प्रदीप
प्रदर्शन में भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने कहा कि अखिलेश यादव का उद्देश्य बाबा साहेब के प्रति सम्मान नहीं, बल्कि दलित समाज को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना है। यह कृत्य निंदनीय है। भाजपा के वाराणसी जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव पहले भी डॉ. अंबेडकर के नाम से जुड़े कई संस्थानों से उनका नाम हटवा चुके हैं और अब उनकी छवि से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इसे ‘राजनीतिक धोखा’ करार देते हुए अखिलेश यादव से सार्वजनिक माफी की मांग की।
प्रदर्शन में भाजपा पदाधिकारियों की भागीदारी
विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम का संचालन जगदीश त्रिपाठी ने किया, जबकि संयोजन एडवोकेट अशोक कुमार जाटव ने संभाला। प्रदर्शन में वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, चंद्रशेखर उपाध्याय, आलोक श्रीवास्तव, अभिषेक मिश्रा, आत्मा विशेश्वर, मधुकर चित्रांश, काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, प्रवीण सिंह गौतम, अखंड सिंह, संजय सोनकर, राजेश राजभर, अरविंद पटेल, साधना वेदांती आदि शामिल रहे।