
सीकर : हाल ही में पहलगाम हमले के बाद, खाटूश्याम जी मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया गया है। मंदिर परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।
स्पेशल टीम और कंट्रोल रूम की स्थापना
खाटूश्याम जी थाना के सब इंस्पेक्टर, विमल बुरानियां ने जानकारी देते हुए बताया कि हमले के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने एक स्पेशल टीम का गठन किया है, जो मंदिर की सुरक्षा और आम भक्तों की व्यवस्था से संबंधित फैसलों पर काम कर रही है। इसके अतिरिक्त, एक स्पेशल कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जो 24 घंटे उच्च अधिकारियों के निर्देशन में कार्यरत है।
सोशल मीडिया पर सतर्कता और बाहरी लोगों का वेरिफिकेशन
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्टों के बारे में भी पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद, खाटूश्याम जी कस्बे में स्थित धर्मशालाओं, होटलों, रेस्टोरेंट्स, और अन्य व्यावसायिक स्थलों पर काम करने वाले बाहरी लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इसके लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई है जो खाटूश्याम जी और आसपास के गांवों में जाकर इन बाहरी लोगों की जानकारी जुटा रही है।
बाहरी लोगों की बढ़ती संख्या और संभावित खतरे
खाटू धाम व्यापार मंडल के अध्यक्ष सोनू जोशी ने बताया कि खाटूश्याम जी में 25,000 से 30,000 बाहरी लोग विभिन्न प्रकार के कामों में लगे हुए हैं, जिनमें धर्मशालाओं, होटल, गेस्ट हाउस, ई-रिक्शा चालक, ठेले वाले, फुटपाथ पर सामान बेचने वाले, निर्माण कार्य में लगे मजदूर, और अन्य शामिल हैं। इन बाहरी लोगों में कुछ संदिग्ध तत्व हो सकते हैं, जो अपराध की योजना बना सकते हैं।
यहां तक कि कुछ अपराधी, जो देशभर में छोटे से बड़े अपराधों को अंजाम दे चुके हैं, खाटूश्याम जी को छुपने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सुरक्षित स्थान के रूप में उपयोग करते हैं। इनमें से कई अपराधियों ने यहां रहकर अपराधों की रैकी की है और बाद में उन अपराधों को अंजाम दिया है।
व्यापार मंडल का समर्थन
व्यापार मंडल ने पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया का स्वागत किया है। व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष, गिरिराज माटोलिया ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू करना एक सही और जरूरी कदम है। इससे खाटूश्याम जी में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया जा सकेगा और संदिग्ध तत्वों पर निगरानी रखी जा सकेगी।”
व्यापार मंडल की मांग: स्थानीय लोगों को प्राथमिकता
सोनू जोशी ने कहा कि प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए वेंडिंग और नॉन-वेंडिंग क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि खाटूश्याम जी के व्यापार में बाहरी लोगों के मुकाबले स्थानीय लोगों को ज्यादा अवसर मिल सकें।