
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच देश में लगातार हाई लेवल बैठकों का दौर जारी है। बुधवार (30 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक शुरू हो गई है। इस समिति को ‘वॉर कैबिनेट’ के नाम से भी जाना जाता है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम शामिल होंगे। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की सभी रणनीतियों को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। इससे पहले CCS की एक बैठक पहलगाम हमले के अगल दिन 23 अप्रैल को हुई थी।
इस बैठक के बाद आज ही पीएम मोदी की अध्यक्षता में CCPA (Cabinet Committee on Political Affairs) की अहम बैठक होगी, इसे ‘सुपर कैबिनेट’ भी कहा जाता है। तीसरी बड़ी मीटिंग कैबिनेट की CCEA (Cabinet Committee on Economic Affairs) की होगी। साथ ही, सबसे आखिरी में कैबिनेट की बैठक होगी जिसमें उस सभी प्रस्तावों और फैसलों पर मुहर लगेगी जिनकी चर्चा इस अहम बैठकों में होगी और जिन पर सहमति हो जाएगी। गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद यह कैबिनेट की पहली बैठक है।
इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार (29 अप्रैल) को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (CDS) अनिल चौहान के साथ भी एक हाई लेवल बैठक की थी जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने इस बैठक में सेना को पाकिस्तान के खिलाफ खुली कार्रवाई की छूट दे दी थी। साथ ही, पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ भी बैठक की थी। यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली थी। इस बैठक के दौरान संघ प्रमुख ने पीएम मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई पर पूरा समर्थन देने की बात कही थी।