
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गहरी चिंता और शोक व्यक्त किया है। मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा, “पहलगाम की घटना में निर्दोष लोगों की जान जाना बेहद दुखद और चिंताजनक है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।”
इमरान खान ने आरोप लगाया कि पुलवामा की तरह इस बार भी भारत बिना किसी ठोस सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है। उन्होंने कहा, “2019 में भी हमने भारत को हरसंभव सहयोग देने की पेशकश की थी, लेकिन भारत विश्वसनीय सबूत देने में नाकाम रहा। जैसा कि तब हुआ था, वैसा ही अब पहलगाम की घटना के बाद भी देखने को मिल रहा है – जांच और आत्मनिरीक्षण की बजाय भारत फिर से पाकिस्तान को निशाना बना रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत जैसे 1.5 अरब की आबादी वाले देश को ज़िम्मेदारी से काम करना चाहिए। “शांति हमारी प्राथमिकता है, लेकिन इसे कायरता नहीं समझा जाना चाहिए।”
‘पाकिस्तान के पास हर दुस्साहस का जवाब देने की क्षमता है’
इमरान खान ने 2019 की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान अब भी किसी भी आक्रामक कदम का मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत रखता है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर भी दोहराया कि वह कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने की बात हमेशा से करते रहे हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में उल्लेखित है।
आरएसएस को बताया क्षेत्रीय खतरा
अपने बयान में इमरान खान ने भारत की सत्तारूढ़ विचारधारा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं बार-बार इस सच्चाई को सामने लाता रहा हूं कि आरएसएस की विचारधारा के नेतृत्व में चल रहा भारत न सिर्फ इस क्षेत्र, बल्कि इससे बाहर के देशों के लिए भी एक गंभीर खतरा है।”