
मुरादाबाद। थाना मझोला क्षेत्र में पांच माह पूर्व प्रसव के दौरान नवजात की मौत की मौत के मामले में न्यायालय के आदेश पर सोमवार को मुरादाबाद के थाना मझोला पुलिस ने दो नर्सिंग होम के तीन चिकित्सक समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गई।
मुरादाबाद के थाना कटघर क्षेत्र के मछरिया निवासी शिवकुमार ने तहरीर में बताया कि उसके गांव की रहने वाली अर्चना सिंह मझोला के लाइनपार में रहती हैं। वह खुद को डॉक्टर बताती हैं। उन्होंने ढक्का कुंदनपुर में क्लीनिक है। पीड़ित शिवकुमार ने बताया कि उसकी पत्नी सोनी ठाकुर गर्भवती हुई तो गांव की अर्चना सिंह ने संपर्क कर भरोसा दिया कि तुम्हारी पत्नी की सामान्य डिलीवरी करा देंगी। अर्चना के कहने पर उसने पत्नी को जयंतीपुर में स्थित हेल्थ केयर सेंटर की डॉ. सलमा नासिर के यहां भर्ती कराया। बीते वर्ष 17 नवंबर को डिलीवरी के समय डॉ. सलमा ने बहुत ही लापरवाही से इलाज किया। बच्चे का सिर पंप से जबरदस्ती खींचने का प्रयास किया। जिससे उसका सिर लंबा और विकृत हो गया। हालत बिगड़ने पर आनन-फानन में बच्चे को अपने पहचान वाले संभल रोड पर सैय्यद नगर करूला स्थित मेडविन मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल में भर्ती करा दिया।
इलाज से नवजात की हालत में कोई सुधार नहीं आया। आरोप है कि बाद में मेडविन हॉस्पिटल के डॉक्टर ने जन्म प्रमाणपत्र देकर कहा कि बच्चे को कहीं और लेकर जा सकते हैं। इसके बाद वह नवजात को लेकर दिल्ली रोड मानसरोवर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 19 नवंबर को बच्चे की मौत हो गई। आरोप है कि घटना के बाद उसने डॉ. सलमा से मिलने की कोशिश की तो उसने इन्कार कर दिया। पीड़ित का कहना है कि इस मामले में उसने पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसके बाद कोर्ट की शरण लेने पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश हुआ।
थाना मझोला प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि आज लाइनपार निवासी अर्चना सिंह, हेल्थ केयर सेंटर की डॉ. सलमा नासिर और मेडविन मल्टी
स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के डॉ. पवन सैनी और डॉ. इकराम के खिलाफ केस दर्ज कर किया गया है और जांच शुरू कर दी है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। है।