
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे विश्व ने आतंकवाद की इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की है, लेकिन पाकिस्तान की सरकार और वहां के न्यूज चैनल इस हमले को डिफेंड करने और भारत विरोधी प्रचार में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही, कुछ पश्चिमी देशों के मीडिया ने भी इस हमले के पक्षपातपूर्ण कवरेज पर भारत की कड़ी आपत्ति को नजरअंदाज किया है।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के कई न्यूज चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए डॉन न्यूज, जिओ न्यूज, ARY न्यूज, समा न्यूज जैसे 16 यूट्यूब चैनलों को बैन कर दिया है। इन चैनलों पर आरोप है कि वे आतंकवादियों को बढ़ावा देने और भारत के खिलाफ झूठी खबरें फैलाने का काम कर रहे थे।
इस कदम से साफ जाहिर होता है कि भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी कठोर नीति पर कायम है और ऐसे चैनलों की किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो गलत जानकारी फैलाने में शामिल हैं।
इसी बीच, ब्रिटिश मीडिया हाउस बीबीसी की कश्मीर आतंकी हमले पर रिपोर्टिंग को लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। बीबीसी ने अपने एक लेख में आतंकवादी हमले को “मिलिटेंट/ उग्रवादी हमला” बताया। भारत सरकार ने बीबीसी को औपचारिक पत्र भेजकर यह बताया कि उनकी रिपोर्टिंग गलत है और यह आतंकवादियों को उग्रवादी नाम देने के बजाय उन्हें आतंकवादी कहना चाहिए था।

बीबीसी का यह टाइटल सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना का विषय बना, क्योंकि यह ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे भारत ने खुद पर्यटकों की हत्या की हो। भारत सरकार ने बीबीसी के भारत प्रमुख जैकी मार्टिन को इसकी जानकारी दी और अपनी “मजबूत भावनाओं” से अवगत कराया।
अमेरिका के प्रमुख अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले को “मिलिटेंट अटैक” कहा था, जो कि भारत सरकार के मुताबिक पूरी तरह से गलत था। अमेरिकी सरकार ने सार्वजनिक रूप से न्यूयॉर्क टाइम्स की आलोचना की और इसे “वास्तविकता से दूर” बताया।
अमेरिकी सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह एक आतंकवादी हमला था, और किसी भी परिस्थिति में इसे “मिलिटेंट अटैक” के तौर पर पेश नहीं किया जा सकता। न्यूयॉर्क टाइम्स को यह सुधारने की सलाह दी गई और सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर की गई जिसमें इसे सही तरीके से प्रस्तुत किया गया था।हालांकि, इन घटनाओं के बावजूद, कश्मीर के इस आतंकी हमले के बाद लगभग पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इस हमले की कड़ी निंदा करता है और आतंकवाद से लड़ाई में पूरी दुनिया से सहयोग की उम्मीद रखता है।

कश्मीर में हुए इस आतंकवादी हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान की भूमिका इस तरह के हमलों में कितनी अहम है। जबकि पाकिस्तान के मीडिया और सरकार इस हमले को सही ठहराने में लगी हैं, भारत दुनिया भर से समर्थन प्राप्त कर रहा है। भारत सरकार ने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है और उम्मीद जताई है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया अपनी रिपोर्टिंग में अधिक जिम्मेदारी दिखाएगा।
कश्मीर आतंकवादी हमले पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया और दुनिया भर से समर्थन के इस मंथन को लेकर हमारी नजरें इस पर बनी रहेंगी।