
बिहार के सरकारी स्कूलों में अब हर शनिवार बच्चों को स्कूल बैग लेकर नहीं जाना होगा। नई शिक्षा नीति के तहत शुरू किए गए “‘बैगलेस सैटरडे” कार्यक्रम का नया पाठ्यक्रम जल्द ही बिहार में लागू किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अनुसार, इसका वार्षिक कैलेंडर मई के दूसरे सप्ताह में जारी किया जाएगा और संबंधित पाठ्यक्रम एससीईआरटी (SCERT) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, जिससे सभी स्कूल इसे डाउनलोड करके अपने यहां लागू कर सकेंगे।
शनिवार को बच्चों को पढ़ाई के पारंपरिक तरीकों से हटकर खेलकूद, रचनात्मक गतिविधियां, स्किल ट्रेनिंग और पर्सनालिटी डेवलपमेंट जैसे विषयों से जोड़ा जाएगा। यह पहल बच्चों की समग्र विकास को ध्यान में रखकर की जा रही है।
“बैगलेस सेटरडे” कार्यक्रम की शुरुआत 11 नवंबर 2022 को राज्य के 72,000 से अधिक स्कूलों में की गई थी। शुरुआत में इसे कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए अनिवार्य बनाया गया था, जबकि कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए यह स्वैच्छिक था। पहले इसके तहत 12 क्षेत्रों की 120 गतिविधियां शामिल की गई थीं, साथ ही स्थानीय भाषा को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया था।
अब इस कार्यक्रम को और प्रभावशाली बनाने के लिए इसका नया करिकुलम तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक घंटे के हिसाब से गतिविधियां निर्धारित की जाएंगी। स्कूलों में इस कार्यक्रम की निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है, ताकि इसका बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।