
उरई, जालौन। इंटरमीडिएट की परीक्षा में कम अंक आने पर महेबा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम शाहजहांपुर निवासी एक छात्र ने उरई के निजी मकान में खुदकुशी कर ली। वह घर का इकलौता चिराग था, और छात्र की मौत के बाद उसके पैतृक ग्राम एवं घर में कोहराम मच गया। ग्राम शाहजहांपुर निवासी राम सिंह, पुत्र अनिरुद्ध सिंह, एक इंटरमीडिएट का छात्र था, जो कानपुर में अपने पिता के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था।
इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में 76% अंक आने पर वह संतुष्ट नहीं हुआ और मानसिक तनाव में आकर उसने अपने उरई स्थित मकान में फांसी का फंदा लगाकर जिंदगी खत्म कर ली। परिवार वाले जब घर पहुंचे तो उन्हें इस घटना की जानकारी हुई। ग्रामीणों ने बताया कि राम सिंह के पिता अनिरुद्ध कई वर्षों से कानपुर में नौकरी कर रहे हैं और उसी के साथ राम सिंह भी वहीं पढ़ाई कर रहा था।

राम सिंह पिछले सप्ताह परिवार के किसी सदस्य की बीमारी के कारण घर आया था। 25 अप्रैल को हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ, जिसमें उसके 76% अंक आने पर उसने आत्मघाती कदम उठाया। अपने इकलौते पुत्र की मृत्यु से मां लाली देवी और पिता अनिरुद्ध का बुरा हाल है। मां लगातार यही कह रही हैं कि उनके बेटे की एक अधिकारी बनने की इच्छा थी। वह सोचती थीं कि अगर वह आगे बढ़ता तो अपने सपनों को पूरा कर लेता।
मां और पिता को इस स्थिति में रोते-बिलखते देख गाँव वाले और सगे-संबंधियों की भी आंखों में आंसू आ गए। हालांकि, परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के अपने लाडले का अंतिम संस्कार यमुना नदी में कर दिया।