
गुरुग्राम : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियाें ने गुरुवार सुबह एफआईआईटी जेईई कोचिंग सेंटर के मालिक डीके गोयल के सेक्टर-44 स्थित कोचिंग सेंटर के अलावा नाेएडा और दिल्ली सहित आठ ठिकानाें पर छापेमारी की है।गाेयल पर आरोप है कि एफआईआईटी जेईई कोचिंग सेंटर के छात्राें से वसूल किए गए रुपये को निजी फायदे के लिए दूसरी कंपनियों में लगाया गया है।
गुरुवार को ईडी की टीमाें ने मनी लॉन्ड्रिग एक्ट के तहत कोचिंग सेंटर के मालिकों और प्रमोटरों से जुड़े गुरुग्राम, नोएड़ा और दिल्ली सहित आठ ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। यूपी और दिल्ली में कई एफआईआर दर्ज होने के बाद यह एक्शन लिया गया है। ईडी की तरफ से छापामारी काे लेकर कोई अधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है, लेकिन बताया जा रहा है कि सुबह 6 बजे से ईडी के अधिकारी दस्तावेज खंगालने के साथ पूछताछ कर रहे हैं। फीस के रूप में वसूले गए पैसों का कहां-कहां लगाया गया है इसकी जांच ईडी कर रही है।
दरअसल, एफआईआईटी जेईई के जनवरी में अचानक सेंटर बंद हो गए। सेंटर बंद होने से छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया। अभिभावकों का आरोप है कि कोचिंग सेंटर के मालिक और प्रमोटरों ने कोचिंग के नाम पर मोटी रकम वसूली और उस पैसे को अपने फायदे के लिए दूसरी कंपनियों में निवेश कर दिया। अभिभावकों ने ईडी को शिकायत दी थी कि कोचिंग सेंटर के मालिकों ने एडवांस छात्रों से 5 से 6 लाख रुपये सालाना लिए और अचानक बिना सूचना के सेंटर को बंद कर दिया। बच्चों का भविष्य खराब होने और पढ़ाई रूकने से अभिभावकों में रोष है।