बरेली में रह रही पाकिस्तानी महिला शहनाज को 48 घंटे में छोड़ना होगा देश, मचा हड़कंप

  • आतंकी हमलों के बाद केंद्र सरकार का सख्त संदेश- अनाधिकृत पाकिस्तानियों पर लगेगी लगाम
  • आतंकी हमले के बाद भारत सरकार का बड़ा निर्णय, प्रशासन में हड़कंप, खुफिया एजेंसियां सतर्क

भास्कर ब्यूरो

बरेली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान को लेकर कई सख्त फैसले लिए हैं, जिनका असर अब ज़मीनी स्तर पर नजर आने लगा है। इन्हीं फैसलों की पहली आहट उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दिखाई दी है, जहां एक पाकिस्तानी महिला को महज 48 घंटे में भारत छोड़ने का फरमान सुनाया गया है।

यह महिला कराची निवासी शहनाज बेगम है, जो विशेष उद्देश्य प्रवेश वीजा (एसपीईएस) पर बरेली स्थित अपने मायके आई थीं। लेकिन अब भारत सरकार के आदेशों के चलते उन्हें देश से बाहर जाना होगा। सूत्रों की मानें तो यह फैसला सिर्फ एक शुरुआत है। जिले में इस समय कुल 34 पाकिस्तानी नागरिक किसी न किसी कारण से रह रहे हैं, जिनमें से शहनाज अकेली महिला हैं जो एसपीईएस वीजा पर आई हैं और तत्काल प्रभाव से प्रभावित हो रही हैं।

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई जवानों की जान चली गई। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान से संबंध अब नरमी के नहीं, बल्कि सख्ती के दौर में होंगे। सुरक्षा एजेंसियों को कड़ा निर्देश दिया गया है कि देश में रह रहे उन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जाए जो किसी भी रूप में अनधिकृत रूप से भारत में मौजूद हैं। इसी क्रम में उन पर कार्यवाही भी शुरू हो गई है।

शहनाज बेगम कराची में दिल्ली मेंशन नॉर्थ रोड की निवासी हैं।थाना बारादरी क्षेत्र में उनका मायका है। हाल ही में उनकी मां की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर वह विशेष वीजा पर भारत आई थीं। अमृतसर से पंजाब मेल के जरिए बरेली पहुंचने के दौरान रामपुर के पास उनका पर्स चोरी हो गया। उस पर्स में उनका पासपोर्ट, वीजा, पाकिस्तान का सिम कार्ड, पहचान पत्र और नकदी थी।

इस घटना की शिकायत उन्होंने बरेली जीआरपी थाने में की थी। पुलिस ने मामले को ‘जीरो एफआईआर’ के तहत दर्ज कर जांच रामपुर ट्रांसफर कर दी। हालांकि जांच से पहले ही भारत सरकार की नई नीति के कारण उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का अल्टीमेटम मिल गया है।

शहनाज के मामले ने स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। सरकार का निर्देश स्पष्ट है – किसी भी अनधिकृत पाकिस्तानी नागरिक को देश में रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी। भले ही वे लॉन्ग टर्म वीजा पर क्यों न हों, अब हर एक केस की अलग-अलग समीक्षा होगी।

जिले में मौजूद 34 पाकिस्तानी नागरिकों की लिस्ट खुफिया विभाग के पास पहले से है। इनमें से 33 के पास लॉन्ग टर्म वीजा है और वे अपने-अपने परिवारों या सामाजिक कारणों से भारत में रह रहे हैं। लेकिन अब इन सभी की जांच नए सिरे से की जाएगी। वीजा की वैधता, दस्तावेजों की पुष्टि और रहन-सहन का विवरण मांगा जाएगा।

एसपीईएस यानी स्पेशल पर्पज एंट्री वीजा आमतौर पर उन पाकिस्तानी नागरिकों को दिया जाता है जो किसी आपात स्थिति जैसे पारिवारिक बीमारी, विवाह या मृत्यु के कारण भारत आते हैं। यह वीजा सीमित अवधि के लिए होता है और इसके अंतर्गत नागरिकों को विशेष क्षेत्रों में ही रहने की अनुमति होती है। शहनाज इसी वीजा पर भारत आई थीं, लेकिन अब उन्हें वापसी की राह पकड़नी होगी।

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