
- वन निगम पिछले दो वर्षों से आपरेटिंग लाभ में आया, कर्मचारियों की कमी पूरी करने के निर्देश
- वन निगम को वन प्रमाणीकरण सम्बन्धी एनसीसीएफ-पीईएफसी का प्रमाण पत्र मिला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिर्वतन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरूण कुमार, की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश वन निगम की 274वीं बैठक वन निगम सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। वन मंत्री द्वारा वन निगम को वन प्रमाणीकरण सम्बन्धी एनसीसीएफ-पीईएफसी का प्रमाण पत्र मिलने पर वन निगम के अधिकारियों को बधाई दी गई।
वन निगम में अधिकारियों कर्मचारियों की कमी को पूर्ण किये जाने के कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने इकोटूरिज्म के क्षेत्र में और अधिक प्रयास किए जाने पर विशेष बल दिया। साथ ही तेंदुपत्ता के हरी बिक्री के परिणाम से भी समस्त सदस्यगण अवगत हुए। उन्होंने कर्मचारियों वन निगम के पिछले दो वर्षो से आपरेटिंग लाभ में होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
वन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बोर्ड मीटिंग का आयोजन वार्षिक न होकर तिमाही किया जाय। इससे कार्यों में गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि लाट नीलामी की व्यवस्था को ऑनलाइन किया जाये, जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता की शिकायत न मिलने पाये। निगम में अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध चल रही जांच आदि पर निष्पक्षतापूर्वक कार्रवाई करते हुए प्रकरण को शीघ्र निष्कासित कराया जाये। निगम के कार्यों में किसी भी स्तर पर अनियमितता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
प्रबन्ध निदेशक, के के सिंह ने मंत्री व अन्य सभी सदस्यों के स्वागत उपरान्त वन निगम द्वारा पिछले वर्ष किये गये कार्यो व आगामी माहों में किये जाने वाले विभिन्न कार्यो की रूप-रेखा प्रस्तुत की गयी, जिस पर विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक में समिति के सम्मानित सदस्यगण, वन विभाग, वन निगम व शासन के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।