
- कहा— मरीजों को लूट से मिले राहत
बरेली। निजी अस्पतालों की मनमानी और इलाज के नाम पर की जा रही लूट के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) ने शुक्रवार को सूबेभर में हल्ला बोल किया। यूनियन कार्यकर्ताओं ने सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा और मरीजों को राहत दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
भाकियू (चढूनी) ने निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड लागू करने की मांग की। यूनियन का कहना है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम मरीजों तक नहीं पहुंच रहा है। निजी अस्पताल मनमाने तरीके से इलाज के नाम पर भारी भरकम रकम वसूल रहे हैं, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
यूनियन ने यह भी आरोप लगाया कि हेल्थ इंश्योरेंस होने के बावजूद मरीजों से अतिरिक्त शुल्क वसूला जाता है। उन्होंने डॉक्टरों की फीस और अस्पताल सेवाओं के लिए सरकारी मानक तय करने की मांग की। साथ ही यह भी कहा कि आपातकालीन स्थिति में बिना अग्रिम भुगतान के इलाज सुनिश्चित किया जाए।
भाकियू ने निजी मेडिकल स्टोरों और जांच एजेंसियों की लूट पर रोक लगाने की मांग के साथ आइसीयू में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य किए जाने की भी बात कही, ताकि मरीजों की निगरानी हो सके।
यूनियन का मानना है कि देश में समान और मुफ्त चिकित्सा व शिक्षा व्यवस्था लागू होने से 90 फीसदी भ्रष्टाचार समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने सरकार से सख्त कानून बनाने की अपील की, ताकि आमजन को राहत मिल सके। यूनियन को भरोसा है कि सरकार मांगों पर गौर करेगी और उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।