लखनऊ : 100 करोड़ से अधिक की सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं का कब्जा, नहीं हुई कार्यवाही

  • ग्राम सभा मीरानपुर पिनवट में शासकीय सीलिंग भूमि का फर्जी वाड़ा
  • शिकायतों के बाद भी अवैध कब्जेदारों पर कार्यवाही नहीं
  • 100 करोड़ से अधिक की सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं का कब्जा
  • सीलिंग की भूमि का धड़ल्ले से किया जा रहा बेचने का कारोबार
  • दो वर्ष बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं

सरोजनी नगर, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही सरकारी भूमि सुरक्षा को लेकर एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था, जिससे तमाम शासकीय भूमि को सुरक्षित कराया जा सकेगा। इसके बाद तमाम जिम्मेदार अधिकारियों को समय-समय पर मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित किया जाता रहा है कि ताश की भूमि को कब्जा मुक्त रखा जाए। लखनऊ मंडल आयुक्त सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की जमीनी स्तर पर निगरानी करती नजर आ रही हैं और समय-समय पर तहसील अधिकारियों को भी निर्देशित करती रहती हैं। लगातार एक अभियान के तहत सरकारी भूमि को सुरक्षित करने की कवायद की जा रही है।

लंबे समय से सुर्खियों में रही राजधानी लखनऊ की सरोजनी नगर तहसील, जहां पर भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की मिलीभगत से शासकीय भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा प्लॉट बनाकर बेचने का कारोबार किया जा रहा है। आपको बताते चलें कि मामला सरोजनी नगर तहसील क्षेत्र के मीरान पुर पिनवट में शासकीय भूमि पर भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदार अधिकारियों की कर्तुतों से भूमाफियाओं द्वारा आलीशान प्लाटिंग तैयार कर आम जनमानस को बेचने का कार्य किया जा रहा है।

शिकायतकर्ता द्वारा पिछले दो वर्षों में दर्जनों बार तहसील प्रशासन को शिकायती पत्र द्वारा व आईजीआरएस के माध्यम से सूचना दी, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं की गई। गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षों से ज्यादा समय तक राजस्व लेखपाल विन्देश कुमार रावत की तैनाती रही और अवैध कब्जे को चिन्हित भी किया गया। कार्यवाही के लिए एक पत्र द्वारा तहसीलदार महोदय को भी दिया था। तहसीलदार द्वारा मीरान पुर पिनवट में शासकीय भूमि पर कार्यवाही के लिए एक टीम का गठन किया गया था और मौके पर चार बीघे के लगभग कार्यवाही कर 100 करोड़ की शासकीय भूमि पर भूमाफियाओं से कब्जा मुक्त कराए बिना ही फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। शिकायतकर्ता को तहसीलदार आकृति श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि अभी कार्यवाही की जाएगी और कुछ समय बाद तैनात लेखपाल को कार्य क्षेत्र से दूसरी जगह तैनात कर दिया गया।

आई जी आर एस 60000230166439 के तहत शिकायतकर्ता द्वारा ग्राम मिरानपुर पिनवट की सीलिंग भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी। लेखपाल द्वारा चिन्हित ग्राम मिरानपुर पिनवट के खसरा संख्या 293/1 रकबा 0.139 हे0, 297/7 रकबा 0.796 हे0, 336/8 रकबा 1.17980, 337/5 रकबा 0.797 हे0, 338/13 रकबा 0.875 हे0, 339/2 रकबा 2.225 हे0, 345/2 रकबा 0.86980, 348/4 रकबा 0.44380, 351/4 रकबा 0.068 हे0, 360/6 मि० रकबा 0.291 हे0, 372 रकबा 1.316 हे0, 385 रकबा 1.29080, 672/2 रकबा 0.038 हे0, 678 रकबा 0.03280, 675 रकबा 0.502 हे0, 687 रकबा 0.089 हे0 व 688 रकबा 0.025 हे0 भूमि प्लाटिंग का विस्तार किया गया है। जिसकी शिकायत पिछले दो वर्षों से अधिक हो रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं की गई।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

शादीशुदा प्रेमिका से मिलने गया युवक संदूक में घुसा, फिर हुई पिटाई अमेरिकी उपराष्ट्रपति के बच्चों को पीएम मोदी दुलारा सीएम योगी ने कानपुर मेट्रो में किया सफर अश्विनी वैष्णव ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति का किया स्वागत परिवार संग भारत आ रहे जेडी वेंस, पीएम मोदी के साथ डिनर टेबल पर होगी अहम बातचीत