मिर्जापुर : केंद्रीय मंत्री सहित सांसदों-विधायकों को निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने दिए ज्ञापन

  • निजीकरण वापस न हुआ, तो मई माह में बड़े आंदोलन की तैयारी: इंजीनियर दीपक सिंह

मिर्जापुर। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में ज्ञापन दो पखवाड़ा के तहत सोमवार को केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान सहित प्रदेश भर में कई सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया गया। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि यदि निजीकरण का निर्णय वापस न लिया गया, तो मई के महीने में आंदोलन होगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रबंधन की होगी।

निजीकरण के विरोध में सोमवार को लगातार 145वें दिन प्रदेश के समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर विरोध प्रदर्शन जारी रहा। केन्द्रीय मंत्री कमलेश पासवान को निजीकरण के विरोध में गोरखपुर में ज्ञापन दिया गया। देश के सबसे युवा सांसद पुष्पेंद्र सरोज को कौशांबी में और घोसी के सांसद राजीव राय को घोसी में ज्ञापन दिया गया। फतेहपुर के विधायक चंद्र प्रकाश लोधी और ज्ञानपुर के विधायक विपुल दुबे को भी विज्ञापन दिया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न जनपदों में कई जिला पंचायत अध्यक्षों और ग्राम पंचायत अध्यक्षों को विज्ञापन दिए गए।

ज्ञापन के माध्यम से सांसदों-विधायकों को सचेत किया गया है कि यदि उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब 42 जिलों में बिजली का निजीकरण न रोका गया, तो इस क्षेत्र की गरीब जनता को बिजली के तीन गुना दाम देने पड़ेंगे और यहां की गरीब जनता लालटेन युग में पहुंच जाएगी। सबसे ज्यादा दिक्कत किसानों को होगी। उत्तर प्रदेश सरकार 01 अप्रैल 2023 से किसानों को मुफ्त बिजली दे रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश में ही ग्रेटर नोएडा में काम कर रही निजी कंपनी और आगरा में काम कर रही टोरेंट कंपनी किसानों को मुक्त बिजली की सुविधा नहीं देती।

संघर्ष समिति ने प्रदेश भर में विरोध सभाएं कर चेतावनी दी कि यदि निजीकरण का निर्णय वापस न लिया गया, तो बिजली कर्मचारियों को मजबूरन अगले माह आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा जिससे होने वाले परिणामों की सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रबंधन की होगी। संघर्ष समिति द्वारा दी गई नोटिस के अनुसार पूरे प्रदेश के सभी समस्त जनपदों में 01 मई को मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएगी। 02 मई से 09 मई तक राजधानी लखनऊ में शक्ति भवन पर क्रमिक अनशन होगा। 14 मई से 19 मई तक नियमानुसार कार्य आंदोलन होगा। 20 मई को पूरे देश के कर्मचारियों के साथ विरोध प्रदर्शन होगा। 21 मई से 28 मई तक 3 घंटे का कार्य बहिष्कार होगा और 29 मई से अनिश्चितकाल कार्य बहिष्कार किया जाएगा।

आज वाराणसी, आगरा, मेरठ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती, अलीगढ़, मथुरा, एटा, झांसी, बांदा, बरेली, देवीपाटन, अयोध्या, सुल्तानपुर, हरदुआगंज, पारीछा, ओबरा, पिपरी और अनपरा में विरोध सभा हुई। विरोध सभा फतह में इंजीनियर दीपक सिंह, विनीत मिश्रा, राजेश कुमार गौतम, विनय कुमार गुप्ता, अमित सिंह, प्रमोद कुमार, पंकज कुमार, विनोद कुमार, पंकज मिश्रा, प्रदीप कुमार, फहद खान, शंभू कुमार, बृजेश कुमार, राजेश कुमार, पवन कुमार, जितेश कुमार आदि मौजूद रहे।

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