
- शराब की दुकान में मिली लाश, कुछ दूरी पर मिला दूसरे बुजुर्ग का शव
- मिलावटी शराब से मौत की आशंका, आबकारी विभाग ने झाड़ा पल्ला
बांदा। नई आबकारी नीति लागू होने और शराब की नई दुकानें आवंटित हुए अभी एक माह भी पूरा नहीं हुआ है कि मिलावटी शराब पीने से मौत की खबरें मिलने लगी हैं। रविवार की दोपहर शहर के पीली कोठी स्थित देशी शराब की दुकान नंबर-2 में पड़े तखत पर जहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई, वहीं दूसरे बुजुर्ग की मौत दुकान नंबर-1 से कुछ दूरी पर हो गई। आसपास के लोगों का कहना है कि दोनों बुजुर्गों की मौत मिलावटी व एक्सपायरी शराब पीने से हुई है। जबकि आबकारी निरीक्षक ने आरोपी को सिरे खारिज कर दिया और मौत के अन्य कारणों की दलील दी।
शहर के पीलीकोठी इलाके में देशी शराब की तीन दुकानें संचालित हो रही हैं। शराब की दुकानें दिनरात शराब के शौकीनों से गुलजार रहती हैं। रविवार की दोपहर दुकान नंबर-2 में शराब पीने के बाद गिरवां थाने के अर्जुनाह निवासी 70 वर्षीय भोला की हालत बिगड़ गई और उसने देखते ही देखते दम तोड़ दिया। लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस और आबकारी विभाग को दी। सूचना पर पुलिस व आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। तभी पुलिस टीम को दुकान नंबर-1 के पास दूसरे बुजुर्ग का शव पड़े होने की खबर मिली।
जिस पर पुलिस ने वहां पर जांच की, लेकिन दूसरे बुजुर्ग की शिनाख्त नहीं हो सकी। दो मौतों के बाद आसपास मौजूद लोगों में आक्रोश पनपने लगा और लोगों ने आबकारी विभाग को आड़े हाथों लिया। सब्जी मंडी निवासी रिक्शा चालक मुल्लू ने मीडिया के कैमरों के सामने ही दुकान से एक्सपायरी शराब बेंचे जाने का आरोप लगाया। कहा कि देशी शराब पीने वाले ज्यादातर लोग कम पढ़े लिखे होते हैं और इसी का फायदा उठाकर सेल्समैन उन्हें मिलावटी व एक्सपायरी शराब पकड़ा देते हैं। बताया कि पढ़े लिखे लोग शराब की एक्सपायरी देखकर वापस कर देते हैं।
हालांकि सूचना पर मौके में पहुंची आबकारी निरीक्षक अपर्णा द्विवेदी ने एक्सपायरी शराब बेंचे जाने के आरोप को निराधार बताया। कहा कि प्रथमदृष्टया भोला की मौत का कारण हीट स्ट्रोक बताया जा रहा है। दूसरी मौत का कारण अज्ञात है, वह शराब की दुकान से काफी दूरी पर मिला है। उधर उपनिरीक्षक अरविंद सिंह का कहना है कि दोनों मृतक भिखारी थे। बताया कि एक शव शराब की दुकान तो दूसरा स्टेशन रोड पर मिला है। दोनों के शवों का पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ सकेगी।
विभागीय सांठगांठ से बिक रही अवैध शराब
शराब की दुकान में संदिग्ध शव मिलने और शराब के नशे धुत एक अन्य व्यक्ति का शव सड़क किनारे पाये जाने का मामला जब सामने आया तो इसमें विभागीय सांठगांठ और लापरवाही के आरोप भी लगने लगे। आसपास मौजूद शराब के शौकीनों ने आरोप लगाया कि देशी शराब की दुकानों से एक्सपायरी डेट की शराब खुलेआम बेंची जा रही है और एक्सपायरी शराब लेने से मना करने पर सेल्समैन की अभद्रता का शिकार होना पड़ता है। शराब के एक शौकीन ने तो मीडिया के कैमरे के सामने ही पीली कोठी की दुकान से एक्सपायरी डेट की शराब मिलने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि कम पढ़े लिखे देशी शराब के शौकीनों को एक्सपायरी डेट की शराब पकड़ाई जाती है।
उधर इसके लिए जिम्मेदार आबकारी विभाग के अफसरों के कान में जूं तक नहीं रेंगती और न ही कोई अफसर शराब की दुकानों में छापामार कार्रवाई के लिए आगे आता है। शराब के शौकीनों की मानें तो विभागीय अफसरों की मिलीभगत से खुलेआम अवैध शराब की बिक्री की जा रही है और अधिकारी काली कमाई में अपना हिस्सा लेकर मस्त रहते हैं।
हालांकि अवैध शराब की बिक्री को लेकर जब आबकारी निरीक्षक अपर्णा द्विवेदी से सवाल किया गया तो उन्होंने आरोपों को सिरे से नकार दिया। श्रीमती द्विवेदी का कहना है कि नई आबकारी नीति लागू होने से पहले पुराना स्टाक क्लियर कर लिया गया था और सभी दुकानों में नए वित्तीय वर्ष की शराब ही उपलब्ध कराई जा रही है।