
भास्कर ब्यूरो
बरेली। ज़मीन पर अपराधियों की गर्म हवा को थामने का नाम अगर किसी अफसर से जुड़ता है, तो वो नाम है—एसएसपी अनुराग आर्य। जिले की कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने और संगीन अपराधों पर निर्णायक चोट करने वाले इस तेजतर्रार अधिकारी ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची है। हाल ही और 11 कुख्यात अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर उन्होंने पूरे जिले में सख्ती और संवेदनशीलता का ऐसा संदेश दिया है, जो अपराध की जड़ों में कम्पन पैदा कर गया है।
एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने जो साहसिक कार्य किया है, वह केवल एक प्रशासनिक कदम नहीं, बल्कि अपराध के खिलाफ छेड़ी गई एक सोच-समझी रणनीतिक जंग का हिस्सा है। जिन 11 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, वे मामूली चोर-उचक्के नहीं, बल्कि ऐसे अपराधी हैं जो समाज की शांति और कानून व्यवस्था को चुनौती देते आ रहे थे।इनमें चार अपराधी एनडीपीएस एक्ट के तहत नशे के कारोबार में लिप्त पाए गए, दो अवैध शस्त्र फैक्ट्री चलाने वाले, दो शातिर चोर और बाकी डकैती, लूट तथा हत्या जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त हैं। इन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर एसएसपी ने यह साबित कर दिया है कि अपराध चाहे किसी भी रूप में हो—अब बख्शा नहीं जाएगा।
थाना भोजीपुरा क्षेत्र हमेशा से ही पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण इलाकों में गिना जाता रहा है। लेकिन इस बार एसएसपी की नीति स्पष्ट थी—चुनौती को स्वीकार करो और जवाब दो ‘एक्शन’ से। इस इलाके में नशे के अवैध धंधे में शामिल सैदपुर चुन्नी लाल के ताहिर, शराफत अली, हनीस खां उर्फ गुलचम के खिलाफ जब हिस्ट्रीशीट खोली गई, तो पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। वर्षों से इन अपराधियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही थी, लेकिन अब इनके नाम रेड लिस्ट में दर्ज हो चुके हैं। धौराटांडा के खतीब और मुड़िया हाफिज के लालाराम के खिलाफ अवैध शस्त्र फैक्ट्री चलाने के आरोपों में हिस्ट्रीशीट खोलना इस बात का प्रतीक है कि अब हथियारों का काला खेल भी नहीं चलेगा। भोजीपुरा में ही चोरी में लिप्त भैरपुर खजुरिया के अजहर उर्फ चांद को चिन्हित करना इस बात का संकेत है कि एसएसपी का दायरा केवल संगीन अपराधों तक सीमित नहीं, बल्कि हर प्रकार के अपराध पर निगाह है।थाना बारादरी में डकैती के केस में जोगीनवादा के राजू खान की हिस्ट्रीशीट खोलकर पुलिस ने यह जता दिया कि अब पुराने केस फाइलों में धूल नहीं जमा पाएंगे। इसी तरह, आंवला क्षेत्र में लूट के आरोपी भीमलौर रसूलपुर के रविंद्र यादव पर भी शिकंजा कसा गया।
वहीं मोहल्ला बजरिया के राहुल यादव पर चोरी और ग्वाल टोली पक्का कटरा के बब्बन अली पर हत्या के केस में हिस्ट्रीशीट खोलना एक बड़ा संकेत है कि एसएसपी का फोकस पूरे जिले पर बराबरी से है।हिस्ट्रीशीट खोलना केवल एक दस्तावेज़ तैयार करना नहीं है, यह उन अपराधियों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखने का एक औपचारिक तरीका है। एसएसपी की रणनीति केवल नाम भरने की नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि अब ये अपराधी हर कदम पर पुलिस की नज़र में रहें। इन पर हर समय नजर रखी जाएगी, उनके उठने-बैठने से लेकर मोबाइल लोकेशन तक की मॉनिटरिंग अब तेज होगी। यह असल मायनों में “क्राइम कंट्रोल” है, जो सिर्फ कागज़ी नहीं, ज़मीनी स्तर पर होता है।