नई दिल्ली: दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधन कानून 2025 का स्वागत किया। इस कानून में समुदाय की कई प्रमुख मांगों को शामिल किया गया है। प्रतिनिधिमंडल ने इस कानून को पारित करवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और उनके ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के दृष्टिकोण में विश्वास जताया।
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून पर लगाई रोक
वक्फ संशोधन कानून 2025 के दो अहम प्रावधानों पर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अगली सुनवाई तक के लिए रोक लगा दी है। इस बीच, बोहरा समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से अपने अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक के दौरान संवाद के कई मुद्दों पर चर्चा की।
पुराने वक्फ कानून के दुष्प्रभाव
बैठक के दौरान, एक समुदाय के सदस्य ने प्रधानमंत्री को बताया कि पुराने वक्फ कानून के कारण उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने उदाहरण दिया कि महाराष्ट्र के भिंडी बाजार में एक प्रोजेक्ट के चलते उन्होंने 2015 में जमीन खरीदी थी, लेकिन 2019 में किसी व्यक्ति ने आकर दावा किया कि यह जगह वक्फ की है। उन्होंने बताया कि वहां कई किरायेदार और दुकानदार पहले से मौजूद थे और इस भूमि पर एक 700 वर्ग फीट का कम्युनिटी हॉल भी था, जहाँ लोग नमाज पढ़ते थे। उन्होंने चिंता जताई कि सरकार ने अब इस प्रदर्शन पर रोक लगा दी है।
PM मोदी ने साझा की जानकारी
पार्टी के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी बैठक में उपस्थित थे। पीएम मोदी ने एक्स पर इस बैठक के बारे में जानकारी साझा करते हुए लिखा कि दाऊदी बोहरा समुदाय के साथ यह संवाद महत्वपूर्ण था, जहाँ उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की और समुदाय की समस्याओं को समझने का प्रयास किया।
इस बैठक में दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई समस्याओं और वक्फ कानून से संबंधित सुझावों पर गौर किया जाएगा, जिससे भविष्य में कानून को और बेहतर बनाया जा सके।