
Robert Vadra Money Laundering: प्रवर्तन निदेशालय (ED) जल्द ही रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ तीन मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में आरोप पत्र (प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट) दाखिल कर सकता है. इनमें गुड़गांव की जमीन से जुड़ा मामला भी शामिल है, जिसमें वाड्रा से गुरुवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ हुई. अब तक उनसे कुल 16 घंटे पूछताछ हो चुकी है.
सूत्रों के मुताबिक, ED की कोशिश है कि इन तीनों मामलों में एक साथ आरोप तय किए जाएं.बाकी दो मामलों में एक भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से वाड्रा के कथित संबंध, जिसमें आरोप है कि भंडारी ने रक्षा सौदों से मिले अवैध पैसे से लंदन में संपत्तियां खरीदीं. वहीं तीसरा मामला बीकानेर जमीन सौदा है, जिसमें जमीन सौदे के ज़रिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं.
जमीन की खरीद फरोख्त
गुड़गांव मामले के अलावा, रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर हैं. जहां एक ओर उन पर गुड़गांव में 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई जमीन को कुछ ही महीनों में 58 करोड़ रुपये में बेचने का आरोप है, वहीं दूसरी ओर उनके करीबी सहयोगियों के साथ कथित संबंधों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
सीसी थम्पी और संजय भंडारी से कथित रिश्ते
ईडी की जांच में वाड्रा के करीबी माने जाने वाले सीसी थम्पी और भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी के साथ उनके कथित संबंधों को लेकर कई गंभीर सवाल उठे हैं. ईडी ने पहले दाखिल एक आरोप पत्र में थम्पी और भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की कड़ी को दस्तावेजी रूप से पेश किया है.
रक्षा सौदों से जुड़ा मामला
ईडी का कहना है कि थम्पी और भंडारी को कई रक्षा सौदों से कथित रूप से भुगतान प्राप्त हुए थे। इसमें स्विस कंपनी ‘पिलाटस’ से भारत द्वारा 75 ट्रेनर विमानों की खरीद भी शामिल है, जो एक बड़ा सौदा था. एजेंसी का मानना है कि इन सौदों से मिली कथित अवैध कमाई को मनी लॉन्ड्रिंग के ज़रिए वैध दिखाने की कोशिश की गई.
दुबई और लंदन में संपत्ति
पिलाटस सौदे में ईडी की जांच में भंडारी की दुबई की फर्म ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस एफजेडसी के खातों में 310 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत मिली. कथित तौर पर गलत आय का इस्तेमाल दुबई और लंदन में संपत्ति खरीदने के लिए किया गया था. ईडी ने 150 करोड़ रुपये का पता लगाया और भारत में भंडारी की 26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की.
बीकानेर से लेकर गौतमबुद्ध नगर तक जमीन का सौदा
बीकानेर भूमि सौदे में वाड्रा पर सहयोगियों के माध्यम से फेक डॉक्यूमेंट्स का उपयोग करके विस्थापित लोगों के लिए जमीन खरीदने का आरोप है. ईडी ने उनकी दिल्ली की संपत्तियों को जब्त कर लिया. आरोप है कि 275 बीघा जमीन स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के माध्यम से 72 लाख रुपये में खरीदी गई और 5.2 करोड़ रुपये में बेची गई.
एक अन्य मामले में, 21 नवंबर, 2023 को दायर एक पूरक आरोपपत्र में कहा गया है कि वाड्रा, प्रियंका गांधी और थम्पी ने 2005-08 के बीच दिल्ली के रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से फरीदाबाद में 531 एकड़ जमीन खरीदी. वाड्रा और थम्पी की यूपी के गौतमबुद्ध नगर में 12 एकड़ के सौदे में भी जांच की जा रही है.
ईडी ने कहा कि तीनों ने बाद में जमीन पाहवा को वापस बेच दी, जिसने इसे डीएलएफ समूह की फर्मों को बेच दिया. कोर्ट ने 22 दिसंबर, 2023 को आरोपपत्र का संज्ञान लिया और आरोप-पत्र तैयार करना शुरू किया. तब वाड्रा और प्रियंका मामले में आरोपी नहीं थे.