
जालंधर के रसूलपुर स्थित यू-ट्यूबर रोजर संधू के घर पर ग्रेनेड फेंकने की घटना में बड़ा खुलासा हुआ है। हरियाणा के यमुनानगर के गांव शादीपुर का रहने वाला 21 वर्षीय हार्दिक, जिसने यह हमला किया था, को सिख रेजिमेंट के एक सैनिक से ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग मिली थी।
सोशल मीडिया के ज़रिए मिली ट्रेनिंग
पुलिस जांच में सामने आया कि जम्मू में तैनात सिख रेजिमेंट का जवान सुखचरण सिंह, जो पंजाब के मुक्तसर का निवासी है, ने सोशल मीडिया पर हार्दिक को ग्रेनेड फेंकने की जानकारी दी थी। हालांकि, सैनिक को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसका ‘ट्रैनी’ इस तकनीक का इस्तेमाल एक रियल अटैक के लिए करने जा रहा है। इसी कारण सुखचरण पर देशद्रोह नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर देशद्रोही तत्वों को ट्रेनिंग देने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
पाकिस्तानी गैंग ने ली थी हमले की जिम्मेदारी
यह हमला 16 मार्च की सुबह 4 बजे हुआ था, जिसमें ग्रेनेड संधू की कोठी पर फेंका गया लेकिन वह फटा नहीं। कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली और रोजर संधू पर इस्लाम विरोधी टिप्पणियों का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने दोबारा हमला करने की धमकी भी दी थी।
हार्दिक के आतंकी कनेक्शन का खुलासा
पुलिस पूछताछ में हार्दिक ने कबूल किया कि वह शहजाद भट्टी के संपर्क में था, जिसने उसे ग्रेनेड फेंकने के लिए ₹25,000 रुपये की सुपारी दी थी। इतना ही नहीं, मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले जीशान अख्तर से भी हार्दिक के संबंध होने की पुष्टि हुई है। यह मामला अब आतंकी एंगल से भी जांचा जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
जालंधर देहात पुलिस ने हार्दिक को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है और अब पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है, जिसमें सोशल मीडिया पर युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और हथियारों की ट्रेनिंग देने के तरीके शामिल हैं। पुलिस इस केस को पाकिस्तान से संचालित साइबर-आतंकी साजिश के रूप में देख रही है।