
अमेरिका की प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2025 के 100 प्रभावशाली लोगों की अपनी वार्षिक सूची जारी कर दी है। इस बार की सूची में एक भी भारतीय नागरिक को जगह नहीं मिली है, जो कि चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब ऐसा हुआ हो—2018 और 2019 में भी कोई भारतीय इस लिस्ट में शामिल नहीं था।
पिछले साल रहीं दो भारतीय महिलाएं
2024 की सूची में भारत से दो प्रमुख नाम शामिल थे—बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट और ओलंपियन साक्षी मलिक। दोनों को उनके-अपने क्षेत्रों में प्रभावशाली योगदान के लिए जगह मिली थी।
कौन-कौन हैं इस साल की ‘नेताओं’ की सूची में?
टाइम की सूची को कई श्रेणियों में बांटा गया है जैसे – लीडर्स (नेता), आइकॉन्स (प्रतीक), टाइटन्स, और आर्टिस्ट्स (कलाकार)।
इस बार “नेताओं” की कैटेगरी में जिन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय नेताओं को शामिल किया गया है, उनमें शामिल हैं:
- कीर स्टार्मर – ब्रिटेन के प्रधानमंत्री
- क्लाउडिया शीनबाम – मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति
- जेडी वेन्स – अमेरिका के उपराष्ट्रपति
- ली जेई म्यूंग – दक्षिण कोरियाई नेता
- जेवियर मिलेई – अर्जेंटीना के राष्ट्रपति
- टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस – WHO के महानिदेशक
- अहमद अल-शरा – जिहादी से सीरियाई राष्ट्रपति बने
भारतीय नहीं, लेकिन भारतीय मूल की CEO को मिली जगह
हालांकि इस साल कोई भारतीय सीधे तौर पर सूची में नहीं हैं, लेकिन भारतीय मूल की रेशमा केवलरमानी को इस वर्ष की 100 प्रभावशाली शख्सियतों की लिस्ट में शामिल किया गया है।
रेशमा अमेरिका की बायोटेक्नोलॉजी कंपनी वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स की पहली महिला CEO हैं। 11 साल की उम्र में अमेरिका गईं रेशमा ने स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में क्रांतिकारी नेतृत्व दिखाया है, जिसकी टाइम मैगजीन ने प्रशंसा की है।
‘पर्सन ऑफ द ईयर’ में अब तक सिर्फ गांधी को मिली जगह
टाइम मैगजीन की ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ की शुरुआत 1927 में हुई थी, और अब तक केवल एक भारतीय को ही यह सम्मान मिला है—महात्मा गांधी, जिन्हें 1930 में यह खिताब मिला था। इसके बाद कोई भारतीय इस विशेष सूची में नहीं चुना गया।