
लखनऊ। उपनेता राज्यसभा व सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कलयुग इसी को कहते हैं। आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले परिवारी जनों के खिलाफ तथा उस ‘‘नेशनल हेराल्ड’’ अखबार के खिलाफ, जिसने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बिगुल बजाया था उसके खिलाफ उस संगठन ने जिसने वर्ष 1942 में अंग्रेजों का साथ दिया था और अंग्रेजों की फौज में भर्ती की अपील की थी, वह राजनैतिक पार्टी ED से फर्जी मुकदमा लिखवा रही है। अंग्रेजों के सपनों को पूरा कर रही है। श्री तिवारी आज लाल बहादुर शास्त्री मार्ग लखनऊ आवास पर प्रेस को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्विजेंद्र त्रिपाठी तथा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष हिंदवी भी मौजूद रहे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद ने कहा कि भाजपा उस कहावत को चरितार्थ कर रही है ..उल्टा चोर कोतवाल को डांटे..। उन्होंने बताया..एक, Associated Journals Ltd एक अखबार निकालती है, नाम है National Herald, इसकी स्थापना पंडित नेहरू, रफी अहमद किदवई और पुरूषोत्तम दास टंडन जैसे लोगों ने की। नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता संग्राम की आवाज थी। जब अधिकांश अखबार अंग्रेजों की बातें छापते थे। नेशनल हेराल्ड को ब्रिटिश हुुकूमत ने बैन भी किया था।
दो, AJLपर बहुत क़र्ज़ चढ़ गया, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने 2002-2011 के बीच 100 bank transaction/ चेक के माध्यम से उसे ₹90 करोड़ का लोन दिया और यह लोन VRS, gratuity, PF, tax, बिजली बिल अदा करने के काम आया। तिवारी ने कहा है कि यह कहना झूठ है कि Young India ने AJL को takeover कर लिया। और यह सरासर झूठ और बकवास है कि गांधी परिवार इससे खूब पैसा बना रहा है, तथा यह पूरी तरह से निराधार और असत्य है की अदरणीया सोनिया गांधी और आदरणीय राहुल गांधी ने पैसे की हेराफेरी की। उन्हें कभी एक पैसा नहीं मिला।
तीन, यंग इंडिया कंपनी क्यों बनी?
AJL के ऊपर ऋण इतना था कि ऑपरेशन रूक गए थे, इसलिए AJL के ऋण/ debt को euity में बदल करके एक नई कंपनी यंग इंडिया में ट्रांसफर कर दिया गया यह आम बात है। सरकार ने ख़ुद NCLT में तमाम कंपनियों की debt को euity में बदला है। यंग इंडिया not for profit कंपनी है।
यंग इंडिया सेक्शन 25 की not for profit कंपनी है, जिसमें एक भी पैसे का मुनाफा, डिविडेंड, सैलरी वगैरह शेयर होल्डर को नहीं मिल सकता। यंग इंडिया के 4 शेयरहोल्डर थे। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ऑस्कर फर्नाडिस, मोतीलाल वोरा (तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष, महासचिव, संगठन महासचिव और कोषाध्यक्ष। AJL के 700 शेयरहोल्डर थे, EGM में उनकी सहमति के बाद ही कर्ज शेयर में तब्दील हुआ जिससे यंग इंडिया भी एक और शेयरहोल्डर बन गया।
यंग इंडिया ने AJL का takeover नहीं किया सारे ऐसेट और इंकम AJLके हैं। Young Indian के नहीं. कोई भी रेंटल AJL को जाता है – Young Indian या उसके किसी भी शेयरहोल्डर को नहीं AJL के पास ₹5000 करोड़ की प्रॉपर्टी नहीं है। तिवारी ने कहा है कि एक और झूठ बोला जाता है कि AJL के पास ₹5000 करोड़ की पॉपटी है। IT Dept ने तो खुद AJI की सारी पॉपर्टी का आंकलन मात्र ₹359 करोड़ पर किया है।
अब AJL नवजीवन और नेशनल हेराल्ड we see पेपर छापता है, क़ौमी आवाज़ निकालता है। websites, social media handles सब चलाता है।
2013 में इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी कोर्ट गए उन्होंने 2020 तक यह केस लड़ा। उसके बाद वो मोदी शाह के खिलाफ बोलने लगे, जिसके चलते मोदी शाह आशंकित हो गए और डर के मारे सरकार ने अपनी ओर से एक और केस कर दिया। वर्ष 2023 में सरकार की ED ने provisional order of attachment जारी किया। दिनांक-10 April, 2024 को tribunal ने इस provisional order of attachment को कन्फर्म किया, जिसके 365 दिन के अंदर ED को चार्जशीट फाइल करनी थी, उन्होंने 365वें दिन 9 April, 2025 को यह फ़र्जी चार्जशीट फाइल की जिसको आज सार्वजनिक किया गया है। श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी सरकार पिछले 11 साल से सत्ता में हैं, उसके पास कोई साक्ष्य, कोई सबूत, कुछ नहीं है वरना वे 365वें दिन का इंतज़ार करने को मजबूर नहीं होते। यह सरकार की बौखलाहट ही नहीं उनका मानसिक और नैतिक दिवालियापन भी दिखाता है। तिवारी ने कहा है कि मोदी जी, यह कांग्रेस पार्टी है। आदरणीया सोनिया गांधी और आदरणीय राहुल गांधी के अपनों का खून इस देश की मिट्टी में शामिल है। यह गीदड़ धमकियां किसी और को दिखाइएगा।
हम आपकी विफलताओं, आपकी पूंजीपतियों से साठगांठ, आपकी नफरत की राजनीति, आपने इस देश को कितना बेरोजगार और मजबूर बनाया है। आपकी नाक के नीचे महिलाओं, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का क्या हाल है, उस पर बुलंदी से अपनी आवाज उठाते रहेंगे।