
- तेजतर्रार 2005 बेच के आईपीएस की होगी आमद
- विधायक का कुर्ता बना चर्चा का विषय
गाजियाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था को बेहतर रखने के उद्देश्य से प्रदेश में आईपीएस अधिकारियों के तबादला किए गए हैं। इसी कड़ी में जहां आगरा के पुलिस कमिश्नर का तबादला गाजियाबाद हुआ है, तो वही आगरा को तेजतर्रार ईमानदार नए पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के रूप में मिले है। हालांकि प्रदेश के सबसे चर्चित कमिश्नरेट कहलाने वाले गाजियाबाद कमिश्नरेट में चर्चित कमिश्नर रहे अजय कुमार मिश्रा का तबादला प्रयागराज रेंज में आईजी के पद पर किया गया है।
करीब 2 साल से अधिक के अपने कार्यकाल में पुलिस कमिश्नर की छवि एक ईमानदार के तौर पर रही
26 नवंबर को कमिश्नरेट बनने के बाद कमिश्नरेट में पहले कमिश्नर के तौर पर अजय कुमार मिश्रा द्वारा 31 नवंबर को शपथ ली गई थी, यानी की करीब 2 साल से अधिक के अपने कार्यकाल में पुलिस कमिश्नर की छवि एक ईमानदार के तौर पर रही, जो अच्छा बनने की प्रेरणा देता है। वही भाजपा के एक विधायक से विवाद के चलते काफी चर्चित भी रहे, ई रिक्शा का विवाद रहा हो या साप्ताहिक बाजार पर पाबंदी, भाजपा विधायक हमेशा सामने खड़े मिले और दोनों का विवाद पूरे प्रदेश में जग जाहिर रहा। हालांकि सबसे बड़ा मामला तब आया तब जब कलश यात्रा के दौरान परमिशन को लेकर विवाद हुआ और विधायक का कुर्ता फटा और ”उन्होंने कसम खाई” कि ”जब तक पुलिस कमिश्नर का तबादला नहीं होगा” दूसरा कुर्ता नहीं बदलूंगा” हालांकि कुर्ते की चर्चा भी बड़े जोर से चल रही है। विधायक की कुर्ते को लेकर कमिश्नरेट में काफी जोक भी सुनने और देखने को मिल रहे हैं कि विधायक के कुर्ते ने पुलिस कमिश्नर का तबादला करा दिया।
कई मुद्दे चर्चा में रहे
पुलिस सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्नर जहां ईमानदारी से कार्य कर रहे थे। वहीं अपने अधीनस्थ को भी खास तौर पर हिदायत देते हुए नजर आए थे। हालांकि पुलिस कमिश्नर का विवाद एक चर्चित फायर ब्रांड महंत के साथ भी देखने को मिला। जब महंत की वीडियो पुलिस कमिश्नर के खिलाफ काफी वायरल हुई थी। लिहाजा उस पर भी पूर्ण विराम लगा।
नए पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गोड़ के लिए कमिश्नरेट की राह आसान नहीं होगी
खैर अब पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा का तबादला होने के बाद बात पुरानी हो गई, अब आगरा से आने वाले नए पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गोड़ के लिए कमिश्नरेट की राह आसान नहीं होगी। क्योंकि दिल्ली से सटे होने और पंचम तल तक छोटे से लेकर बड़े तक किसी न किसी की ऊपर तक अच्छी सेटिंग है। नए पुलिस कमिश्नर को क्राइम, जाम, अवैध रूप से चल रहे कार्य पर लगाम लगाने के लिए प्लान तैयार करना होगा। जिस मामले में उन्हें महारत हासिल है । अपने स्टाफ में भी उन्हें अच्छे रूप में जाना जाता है। हालांकि काफी सख्त मिजाज कहा जाता है और लापरवाही पर काफी सख्त रुख अख्तियार करते हैं। अपने अधीनस्थ के साथ सलाह मशविरा कर कार्य को करने में महारत हासिल है।