लखीमपुर खीरी। जिले की चीनी मिलों पर किसानों पर दबाव बनाकर अवैध रूप से उर्वरक और कीटनाशकों की बिक्री कराने का गंभीर आरोप सामने आया है। इस संबंध में खुदरा कृषि व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन ने जिला कृषि अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपते हुए त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश महासचिव अमित कुमार गुप्ता समेत अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि जिले के सैकड़ों खुदरा कृषि व्यापारियों ने शिकायत दर्ज कराई है कि विभिन्न चीनी मिलों के कर्मचारी किसानों को धमकी और दबाव देकर अपने उत्पाद खरीदने को मजबूर कर रहे हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि मिल कर्मचारियों द्वारा गांव-गांव जाकर किसानों से कहा जाता है कि यदि वे उनसे उर्वरक और कीटनाशक नहीं खरीदेंगे, तो उनकी गन्ना सप्लाई की सट्टा पर्ची में कटौती कर दी जाएगी या अन्य समस्याएँ खड़ी की जाएंगी। इस दबाव में किसान गुणवत्ता की परवाह किए बिना मिल कर्मचारियों से उत्पाद खरीदने को विवश हैं।
लाइसेंस और गुणवत्ता पर भी सवाल
व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि बिना लाइसेंस और मान्यता के मिल कर्मचारी खेत-खलिहानों में जाकर अवैध रूप से उर्वरक और कीटनाशक बेच रहे हैं। न तो उनके पास लाइसेंस है, न गोदाम, और न ही स्वीकृत बिक्री स्थल। इसके बावजूद किसानों को गुमराह कर उत्पाद थमाए जा रहे हैं, जिनकी गुणवत्ता संदिग्ध है और फसल पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
व्यापारियों के हितों पर सीधा असर
खुदरा कृषि व्यापारियों का कहना है कि यह अवैध प्रक्रिया न केवल किसानों के हितों के खिलाफ है, बल्कि उनके व्यवसाय को भी नुकसान पहुँचा रही है। संगठन ने प्रशासन से मांग की है कि किसानों की स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इस तरह की फर्जी और दबावपूर्ण बिक्री पर तत्काल रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
अमित गुप्ता का बयान
प्रदेश महासचिव अमित गुप्ता ने बताया,
“पिछले काफी समय से लखीमपुर खीरी के कई व्यापारियों के फोन हमें लगातार मिल रहे थे। इन शिकायतों में चीनी मिलों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए गांवों में जाकर अवैध रूप से उर्वरक और कीटनाशकों की बिक्री करने की बात सामने आई है। आज हम इस मामले को लेकर जिला कृषि अधिकारी और जिला परिषद अधिकारी से मिले और ज्ञापन सौंपा। हमने स्पष्ट कहा कि यह पूरी प्रक्रिया नियमों के खिलाफ है और इससे स्थानीय व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है। जिला कृषि अधिकारी ने हमें आश्वस्त किया है कि दो दिन के भीतर मिल मालिकों के साथ बैठक कर व्यापारियों के हित में समाधान निकाला जाएगा।”
ज्ञापन सौंपने के दौरान संगठन के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने संयुक्त रूप से मामले की निष्पक्ष और शीघ्र जांच की मांग की।