
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बुधवार को नई दिल्ली में महागठबंधन की बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों के बंटवारे और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा की गई। बैठक में राजद के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे। इस दौरान तेजस्वी यादव ने राजद और कांग्रेस के एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर एक बड़ा हिंट दिया। वहीं दो सवालों पर वह बिना जवाब दिए ही चले गए। जिसके राजद की आगे की चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
तेजस्वी यादव ने चुनावों में महागठबंधन की सामूहिक लड़ाई पर कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन उन्होंने कहा, “मीटिंग में सब अच्छा रहा, जनता का आशीर्वाद उनके साथ है और उन्होंने एनडीए के लिए भविष्य में कोई उम्मीद नहीं जताई। यह दर्शाता है कि वे एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में अपने आपको स्थापित कर रहे हैं।”
हालांकि, उन्होंने महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर चुप्पी साध ली। जिससे यह साफ होता है कि सीटों के बंटवारे पर भले ही कांग्रेस और राजद एक-दूसरे से सहमत दिखाई पड़ रहे हो लेकिन सीएम पद को लेकर खटपट जारी है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर स्पष्टता 17 अप्रैल की बैठक के बाद मिलेगी।
बैठक में क्या हुआ ?
सत्र और उपस्थित नेता– इस बैठक का आयोजन बुद्धवार, 17 अप्रैल को हुआ, जिसमें तेजस्वी यादव के अलावा राजद के सांसद मनोज झा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। यह दर्शाता है कि दोनों दलों के बीच समन्वय और सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास हो रहा है।
सीट बंटवारे की चर्चा– बैठक में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा सीट बंटवारे पर चर्चा थी। भले ही इस पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया हो, लेकिन यह संकेत देता है कि गठबंधन के भीतर समग्र रणनीति बनाने की आवश्यकता है। यह सहमति कार्यान्वित करने का पहला कदम है, जिससे दोनों दलों की ताकत को एकजुट किया जा सके।