
लखीमपुर-खीरी। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर बवाल मच गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सोशल मीडिया पर गोली मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। इस घटना से सपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है।
सपा की जिला इकाई ने जिलाध्यक्ष रामपाल सिंह यादव की अगुवाई में सदर कोतवाली पहुँचकर आरोपी के खिलाफ तहरीर सौंपी और सख्त कानूनी कार्रवाई की माँग की। सपा नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह मामला न सिर्फ एक नेता के खिलाफ धमकी का है बल्कि लोकतंत्र, सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था पर सीधी चोट है।

क्या है पूरा मामला?
12 अप्रैल को सोशल मीडिया पर ‘यूपी तक’ फेसबुक पेज पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में लखीमपुर खीरी निवासी युवक अमरेन्द्र प्रताप सिंह खुलेआम अपने साथियों के सामने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गोली मारने की धमकी देता दिखाई दे रहा है। वीडियो में उसके साथ मौजूद अन्य लोग या तो उसका समर्थन करते दिखे या चुपचाप सुनते रहे, जिससे यह पूरा मामला और भी गंभीर हो गया।
सपा ने इसे बताया पूर्व नियोजित साजिश
तहरीर में सपा जिलाध्यक्ष रामपाल सिंह यादव ने लिखा कि इस प्रकार की धमकियाँ लोकतंत्र को अस्थिर करने और समाज में अराजकता फैलाने की सोची-समझी साजिश का हिस्सा हैं। यह न सिर्फ राजनीतिक द्वेष है, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को खुली चुनौती है।
उन्होंने आरोपी युवक अमरेन्द्र प्रताप सिंह व उसके साथियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में FIR दर्ज करने और कठोरतम कार्रवाई करने की माँग की।

प्रशासन पर दबाव में बढ़ी जिम्मेदारी
इस घटना ने पुलिस प्रशासन के लिए भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के बाद से ही आम नागरिकों में भी असंतोष का माहौल है। सपा नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी जिला स्तर से लेकर राजधानी तक धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।