
- घायल वृद्ध अस्पताल में भर्ती, ग्रामीणों में रोष
- गोला क्षेत्र के महेशपुर रेंज का मामला
लखीमपुर खीरी। जिले के गोला तहसील अंतर्गत महेशपुर रेंज के मूडाजवाहर गांव में शनिवार दोपहर को एक वृद्ध ग्रामीण पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। आनन-फानन में परिजनों और ग्रामीणों ने घायल को एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गोला पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखीमपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
झाड़ियों से निकलकर बाघ ने किया हमला –
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घायल वृद्ध मुन्ना लाल (55 वर्ष), पुत्र गंधाई लाल, खेत की ओर जा रहे थे। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। शोर सुनते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और साहस दिखाते हुए बाघ को वहां से खदेड़ा। इसके बाद घायल को तुरंत एंबुलेंस से गोला सीएचसी भेजा गया।
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप, ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन –
ग्रामीणों का आरोप है कि बाघ कई दिनों से गांव के आसपास घूम रहा है, बावजूद इसके वन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। घटना के बाद जब घायल को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा जा चुका था, तब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और बाघ को पकड़कर जंगल में छोड़ने की मांग की।
फॉरेस्टर का बयान
महेशपुर रेंज के फॉरेस्टर मित्र पाल सिंह तोमर ने बताया कि घायल को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वन विभाग की टीम उसकी स्थिति की जानकारी के लिए भेजी गई है, जबकि अन्य कर्मचारी घटनास्थल पर निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाघ की गतिविधियों पर विभाग लगातार नजर बनाए हुए है।
ग्रामीणों की मांग –
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि गांव में गश्त बढ़ाई जाए और बाघ को जल्द से जल्द पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
डॉक्टर का बयान –
सीएचसी गोला के डॉक्टर देवराज ने बताया कि बाघ के हमले से मुन्ना लाल के शरीर पर कई जगह गहरी चोटें आईं। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत लखीमपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।