
- युवक ने वीडियो की सोशल मीडिया पर वायरल
- वीडियो को कब्जे में लेकर पुलिस हरकत में आई
- पूरे मामले की पुलिस कर रही जांच
गाजियाबाद। वेवसिटी थाना क्षेत्र के बम्हेटा गांव में एक युवक को जॉब देने के बहाने से पानी पिलाकर बाइक और पैसे लूटने का मामला प्रकाश में आया है । युवक द्वारा लूटने पीटने के बाद सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो को वायरल किया है। वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए गाजियाबाद पुलिस द्वारा आनन फानन में युवक की तलाश करते हुए पूरे मामले की जांच पड़ताल करती हुई दिखाई दे रही है। पीड़ित अजित के द्वारा वेवसिटी सिटी थाना प्रभारी को दी गई शिकायत और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर आरोप है कि में अजीत सिंह निवासी नोएडा एक्सटेंशन अपने भाई के घर आया हुआ था।
इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित करना चाहता हूँ कि 31 मार्च 2025 को शाम लगभग 5:00 बजे मैं अपने घर के पास रोज़ा जलालपुर क्षेत्र में फोन पर बात कर रहा था। उसी समय मेरी मुलाकात एक अन्य युवक अंकुश से हुई। जब मैं फोन पर काम से संबंधित बातचीत कर रहा था तो अंकुश ने कहा कि उसकी भी एक साइट बम्हेटा गांव गाज़ियाबाद में है और वह मुझे वह साइट दिखाना चाहता है। मैं उसके साथ चला गया। साइट पर पहुँचने के बाद उसने मुझे अपनी बॉटल से पानी पीने को दिया। पानी पीते ही मैं बेहोश हो गया। जब मुझे होश आया तो एक अप्रैल 2025 को दोपहर लगभग 12:00 बजे हो चुका था। मैंने खुद को जमीन पर पड़ा पाया। मेरा मोबाइल फोन, मेरी यामाहा एफ जेड बाइक जो कि मेरे भाई अविनाश सिंह के नाम पर पंजीकृत है, गायब थी।
अरोप है कि मैंने आसपास देखा, पर वहाँ कुछ नहीं मिला। मेरे मोबाइल से उसने वॉलेट से ₹220 ट्रांसफर कर लिए और बैंक एकाउंट्स से पैसे निकालने की भी कोशिश की, परन्तु पिन न पता होने के कारण वह प्रयास विफल हो गया। इन फेल ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड भी मैंने पुलिस को उपलब्ध कराया है। अरोप है कि मैंने एक अप्रैल को ही संबंधित पुलिस चौकी में जाकर अपनी आपबीती बताई और एक लिखित शिकायत भी सौंपी। परंतु आज तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं की गई है। इस घटना को 10 दिन बीत चुके हैं और मुझे शिकायत की प्रति भी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
एसीपी उपासना पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया हैं। जिसमें किसी युवक के द्वारा बाइक पैसे और मोबाइल लूटने की घटना दर्शायी गई है। हालांकि घटना का संज्ञान लेते हुए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी चेक करने का कार्य किया जा रहा है और पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है ।अगर अरोप सही पाए जाते हैं तो मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी को गिरफ्तार का जेल भेजा जाएगा।